धनतेरस के पावन अवसर पर भगवान धन्वंतरि का सार्वजनिक दर्शन होगा। साल भर में मात्र एक दिन इस मंदिर के खुलने की परंपरा के कारण भक्तों को भी खासतौर पर धनतेरस के दिन का इंतजार होता है। इस दौरान महज पांच घंटे ही भगवान धन्वंतरि के दर्शन होते हैं।
बता दें कि आज काशी के प्रसिद्ध सुड़िया स्थित वैद्यराज आवास में विराजित भगवान धनवंतरी मंदिर के पट 10 नवम्बर को ही खुलेंगे। धन्वंतरि निवास में प्रतिस्थापित भगवान धन्वंतरि की अष्टधातु की मूर्ति करीब 325 साल पुरानी है। जो भारत में एकमात्र मानी जाती है।
इस वर्ष भी श्री धन्वंतरि पूजनोत्सव विक्रम संवत 2080 कार्तिक कृष्ण 13 शुक्रवार धनतेरस के दिन 10 नवंबर को सायंकाल 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक ही भगवान के सार्वजनिक दर्शन हेतु मंदिर का पट खुलेगा।
इस मंदिर की ऐसी मान्यता है कि धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि के दर्शन मात्र से ही वर्ष भर निरोग एवं व्याधिमुक्त रह सकते हैं। धन्वंतरि निवास में स्थापित मूर्ति भगवान धन्वंतरि के दर्शन वर्ष में सिर्फ एक दिन ही होते हैं। भगवान के दर्शन के लिए देश-विदेश से काफी श्रद्धालु निरोग रहने की कामना लिए आते हैं।