उत्तर प्रदेश के आगरा में यमुना किनारे स्थित राष्ट्रीय महत्व के संरक्षित स्मारक व महताब बाग में पानी भर गया है। जिसे पर्यटकों के लिए बंद करना पड़ा है। बेबी ताज के नाम से मशहूर एत्माउद्दौला के पिछले हिस्से में यमुना किनारे स्थित कोठरियां डूब गई हैं।
बता दें कि एत्माउद्दौला की पिछली दीवार को छूकर यमुना बह रही है। यहां नूरजहां की कब्र से आगे पर्यटकों को नहीं जाने दिया जा रहा है। एत्माउद्दौला के संरक्षण सहायक रवि प्रताप मिश्रा के अनुसार अधीक्षण पुरातत्वविद्, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अगले आदेश तक महताब बाग बंद रहेगा। बगीचों में अंदर तक पानी भर गया है। ताज व्यू प्वाइंट डूब गया है। इसके अलावा चीनी का रोजा के बराबर स्थित काला गुंबद स्मारक में पानी भरा है। बत्तीसखंबा, जोहरा बाग, रामबाग स्थित सराय ए-गेट-वे सतकुइयां स्मारक डूब गए हैं.
पर्यटकों के लिए फिलहाल हुआ बंद
हालांकि ताजमहल में बाढ़ के पानी से किसी तरह का नुकसान नहीं है। नुकसान का विस्तृत आंकलन करने के लिए ड्रोन से सर्वे कराया है। एत्माउद्दौला सब सर्किल के 6-7 स्मारकों में बाढ़ से नुकसान हुआ है। बगीचे खराब हो गए हैं। पानी उतरने के बाद स्थिति अधिक स्पष्ट हो सकेगी।
बता दें कि एत्माउद्दौला में ताजमहल की तर्ज पर नदी किनारे 22 कोठरियां बनी हैं। जो बंद रहती हैं। संरक्षण सहायक रवि प्रताप के अनुसार कोठरियां पानी में आधी डूब गई हैं। नदी में बह कर आई सिल्ट जमा हो गई है। जलस्तर बढ़ता रहा तो एत्माउद्दौला को भी पर्यटकों के लिए बंद किया जा सकता है।
संरक्षित स्मारकों में पानी भरने के कारण एएसआई ने मंगलवार को ड्रोन से सर्वे कराया है। प्रारंभिक सर्वे में 6-7 स्मारक प्रभावित मिले हैं। विस्तृत सर्वे के लिए एएसआई को जलस्तर कम होने का इंतजार है। यमुना का पानी उतरने के बाद एएसआई नुकसान का वास्तविक आकलन किया जाएगा।