Site icon

ये है भारत का सबसे ऊंचा वाटरफॉल, 340 मीटर की ऊंचाई से गिरता है पानी

Nohakalikai

इस बार हम आपको भारत के सबसे ऊंचा वाटरफॉल नोहकलिकाइ की सैर पर ले जाते हैं। यह झरना मेघालय में स्थित है जो देखने में बेहद खूबसूरत लगता है। इस वाटरफॉल को देखने के लिए देश के कोने-कोने से टूरिस्ट आते हैं।

340 मीटर की ऊंचाई से गिरता है यह वाटरफॉल

नोहकलिकाइ दुनिया का चौथा सबसे ऊंचा वाटरफॉल है। यह झरना 340 मीटर की ऊंचाई से गिरते हुए प्रकृति की सुंदरता का एहसास कराता है। मेघालय में चेरापूंजी के पास पूर्वी खासी हिल्स में यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा झरना स्थित है। आपको बता दें कि यह झरना देश का सबसे खूबसूरत और भव्य झरनों में से एक है। यह वाटरफॉल देखने में बेहद आकर्षक है जो बड़ी संख्या में पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इसे मेघालय का गौरव भी कहा जाता है।

ये है भारत का सबसे ऊंचा वाटरफॉल, 340 मीटर की ऊंचाई से गिरता है पानी

आप भी ठंड के मौसम से इस झरने को देखने के लिए जा सकते हैं। जहां आप ट्रैकिंग और कैंपिंग कर सकते हैं। नोहकलिकाई झरने को देखने के लिए आप सड़क, हवाई और रेल मार्ग के जरिए जा सकते हैं।

यहां का निकटतम हवाई अड्डा शिलांग है। इसी तरह यहां जाने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन गुवाहाटी है। अगर आप सड़क मार्ग से जा रहे हैं तो आप चेरापूंजी तक जा सकते हैं जो शिलांग से 53 किमी दूर है। शिलांग से चेरापूंजी के लिए आपको बस मिल जाएगी। जहां से नोहकलिकाइ झरने के लिए टैक्सी से सफर कर सकते हैं।

Exit mobile version