Site icon

ये हैं छत्तीसगढ़ की बुलेट रानी…

umling la pass

ये हैं डॉ सुषमा पंड्या जिन्होंने उम्र को मात देकर कुछ ऐसा कर दिखाया है जिसकी चर्चा आज पूरे देश में हो रही है। बतौर शिक्षक रिटायर हो चुकीं बुलेट रानी – डा. सुषमा 63 वर्ष की उम्र में अपनी बुलेट से 1200 किमी का सफर कर वर्ल्ड हाइएस्ट मोटरेबल पास उमलिंग ला (19024 फीट) पहुंचीं।

बता दें सुषमा ऐसा करने वाली वे सबसे उम्रदराज महिला बन गई हैं। जिसके लिए उन्हें द इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड द्वारा सर्टिफिकेट मिलने वाला है। सितंबर 2021 में अपनी नौकरी से रिटायर होने के बाद एनजीओ के माध्यम से सुषमा लोगों की मदद कर रही थीं।

इस दौरान दिल्ली में पढ़ रहे उनके छोटे बेटे आयुष ने अपनी बुलेट बाइक ट्रेन से घर वापस भेज दी। जिसे लेने के लिए सुषमा रेलवे स्टेशन गईं। वे स्कूल टाइम में बाइक चला चुकी थीं, इसलिए खुद बुलेट को रेलवे स्टेशन से चलाकर घर ले आईं। फिर वे रोज बिलासपुर से रतनपुर (29 किलोमीटर) तक राइड करतीं। वे लंबी राइडिंग करना चाहती थीं।

63 की उम्र में बुलेट से किया दुनिया के सबसे ऊंचे उमलिंग ला का सफर – बुलेट रानी

बस सोचने की देरी थी और फिर 1 जुलाई को बिलासपुर से सुबह 5 बजे निकलना तय हुआ। तेज बारिश के बाद भी हौसले पस्त नहीं हुए, लगातार राइड के बाद तीन दिन में वह दिल्ली पहुंच गई। दिल्ली से 6 जुलाई को निकले। 10 जुलाई को खारदुंगा ला पास पहुंचे, जो वर्ल्ड की सेकेंड हाइएस्ट मोटरेबल पास है।

इसे पार करते हुए आगे बढ़ने लगे तभी उमलिंग ला से करीब 45 किलोमीटर पहले नदी पुल पर बुलेट इंबैलेंस होकर गिर पड़ी। इससे टायर पंचर हो गया। इस घटना से सुषमा भी नदी में गिरते हुए बाल-बाल बचीं। गिरने से राइट सोल्डर में तकलीफ हो रही थी। मगर पंचर बनवा कर सुषमा 14 जुलाई को उमलिंग ला पहुंच ही गईं।

सुषमा का कहना हैं कि उनके पति बाबूलाल पंड्या ने उन्हें काफी मोटिवेट किया। साथ ही उनके दोनों बच्चों प्रियांश और आयुष में भी उनका साथ दिया। जिसके बाद ही उन्होंने जुलाई में उमलिंग ला हाइएस्ट मोटरेबल पास जाने की तैयारी की। पूरे सफर के दौरान उनके दोनों बच्चे अलग मोटर बाइक पर साथ ही थे।

Exit mobile version