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छत्तीसगढ़ की पर्वतारोही नैना सिंह को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार

Naina Singh Dhakad

Naina Singh Dhakad

छत्तीसगढ़ की पर्वतारोही नैना सिंह धाकड़ को राष्ट्रपति के हाथों मिला लैंड एडवेंचर राष्ट्रीय पुरस्कार

बस्तर की बेटी और प्रदेश की पर्वतारोही नैना सिंह धाकड़ को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों तेजनिंग नोर्गे राष्ट्रीय पुरस्कार के तहत लैंड एडवेंचर का पुरस्कार मिला है, दरअसल नैना सिंह धाकड़ भारत की पहली महिला बन गई हैं जिसने माउंट एवरेस्ट और माउंट लहोत्से में 10 दिनों के भीतर सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ाई की है और इस साहसिक कार्य के लिए राष्ट्रपति ने तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय पुरस्कार के तहत 15 लाख रुपए की राशि, स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर दिल्ली राष्ट्रपति भवन में नैना का सम्मान किया है, जिसको लेकर नैना सिंह धाकड़ के परिवार वालों में और पूरे बस्तरवासियों में खुशी का माहौल है.

पर्वतारोही


आपको बता दें कि युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय भारत सरकार ने तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय लैंड एडवेंचर पुरस्कार के लिए बस्तर की पर्वतारोही नैना सिंह धाकड़ को चुना था, और 30 नवंबर को राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नैना को पुरस्कार प्रदान किया. यह पुरस्कार चार श्रेणियों में लैंड एडवेंचर, वॉटर एडवेंचर, एयर एडवेंचर और लाइफ टाइम अचीवमेंट में दिया गया. इस पुरस्कार में प्रत्येक को 15 लाख रुपये और स्मृति चिन्ह के साथ प्रमाण पत्र प्रदान किया गया, लैंड एडवेंचर के लिए बस्तर की बेटी नैना सिंह धाकड़ को यह पुरस्कार मिला है, नैना सिंह धाकड़ यह राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाली छत्तीसगढ़ की पहली महिला बन गयी हैं.


मुख्यमंत्री ने दी बधाई एवं शुभकामनाएं

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की पर्वतारोही सुश्री नैना सिंह धाकड़ को राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किए जाने पर बधाई और शुभकामनाएं दी है। पर्वतारोही सुश्री नैना सिंह धाकड़ को राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने तेजनिंग नोर्गे राष्ट्रीय पुरस्कार के तहत लैंड एडवेंचर पुरस्कार से सम्मानित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि हमारे छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है कि सुश्री नैना ने यह उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने सुश्री नैना के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। उल्लेखनीय है कि सुश्री नैना सिंह धाकड़ ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट और चौथी ऊंची चोटी माउंट ल्होत्से में 10 दिनों के भीतर चढ़ाई कर तिरंगा फहराया था। सुश्री नैना यह उपलब्धि करने वाली भारत की पहली महिला पर्वतारोही है।

Ghumar Baster

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