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चेंदरू -द टाइगर बॉय, मंत्री ने किया प्रतिमा का अनावरण

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चेंदरू मंडावी ‘द टाइगर बॉय’ – मंत्री ने किया प्रतिमा का अनावरण…. आखिर कौन है चेंदरू…जो द टाइगर बॉय के नाम से है मशहूर… बन चुकी है फिल्म भी
उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने नारायणपुर जिले के प्रवास के दौरान टाइगर बॉय के नाम से प्रसिद्ध चेंदरू मंडावी की प्रतिमा का अनावरण जिला मुख्यालय नारायणपुर के नया बस स्टैण्ड चौक एवं ग्राम पंचायत गढ़बेंगाल में किया।  

चेंदरू -द टाइगर बॉय


चेंदरू – द टाइगर बॉय

उल्लेखनीय है कि टाइगर बॉय के नाम से प्रसिद्ध मंडावी का जन्म नारायणपुर जिले के ग्राम गढ़बेंगाल में हुआ था। उनकी दोस्ती बाघ (टेंबु) से होने के कारण टाइगर बॉय के नाम से प्रसिद्ध था। चेंदरू और बाघ की दोस्ती पर बनी फिल्म ”द जंगल सागा” को 1997 में ऑस्कर अवार्ड प्राप्त हुआ। स्वीडन के फिल्म निर्देशक अरने सक्सहार्फ द्वारा बनाई गई इस फिल्म से चेंदरू मंडावी की ख्याति पूरे विश्व में फैल गई। चेंदरू स्वीडन में भी एक वर्ष रहे। अपने जीवन के अंतिम समय में वे अपने गांव में ही रहे, जहां 78 वर्ष की आयु में 18 सितंबर 2013 को उनका निधन हुआ।


बचपन से थी चेंदरू और टाइगर की दोस्ती

छत्तीसगढ़ में मोगली के नाम से चर्चित चेंदरू पूरी दुनिया के लिए किसी अजूबे से कम नहीं था. आदिवासी युवक बचपन में हमेशा बाघ के साथ ही खेला करता था।  हमेशा दोनों एक साथ ही रहते थे. दोनों साथ ही खाना खाते थे और साथ ही खेलते थे. बताते हैं कि 60 साल पहले चेंदरू ने अपनी ओर पूरी दुनिया का ध्यान खींचा था.फ्रांस, स्वीडन, ब्रिटेन और दुनिया के कोने कोने से लोग सिर्फ उसकी एक झलक देखने को और उसके एक तस्वीर अपने कैमरे में कैद करने के लिए बस्तर पहुंचते थे।

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्थित जंगल सफारी में टेम्बू और चेंदरू की याद में उनकी मूर्ति स्थापित की गई है,वहीं नारायणपुर में चेंदरू के नाम पर पार्क भी बनाया है। भले ही चेंदरू आज नहीं हैं,लेकिन उनकी याद में छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल ने एक स्मृति चिन्ह भी बनाया है।

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