रूस की वीजा-मुक्त यात्रा शुरू कर सकते हैं भारतीय
रूस में भारतीय पर्यटकों के लिए वीजा-मुक्त यात्रा जल्द ही हकीकत बन सकती है, जिससे दोनों देशों के बीच पर्यटन को नई दिशा मिलेगी। मॉस्को सिटी टूरिज्म कमेटी के अध्यक्ष एवगेनी कोज़लोव ने इस नई योजना के बारे में जानकारी दी है, जिसमें भारतीय नागरिकों को बिना वीजा के रूस में यात्रा की अनुमति देने पर काम किया जा रहा है। यह पहल भारत से मॉस्को में आने वाले पर्यटकों की संख्या में महत्वपूर्ण वृद्धि लाने का प्रयास है।
कोज़लोव ने बताया कि इस समझौते के तहत भारतीय पर्यटकों के लिए रूस की यात्रा में सुगमता आएगी, जिससे मॉस्को में पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होने की उम्मीद है। रिपोर्टों के मुताबिक, 2024 की पहली छमाही में लगभग 28,500 भारतीय पर्यटकों ने मॉस्को का दौरा किया, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 1.5 गुना अधिक है। यह आंकड़े भारत में रूस के पर्यटन की बढ़ती रुचि को उजागर करते हैं।
2025 तक शुरू हो सकती है ये वीजा-मुक्त यात्रा सेवा
रूस की राजधानी से साइबेरिया की राजधानी तक नामक विशेष यात्रा कार्यक्रम, साइबेरिया की प्राकृतिक सुंदरता और मॉस्को की जीवंतता का अनुभव कराने का अवसर प्रदान करता है। इस पहल का उद्देश्य दोनों देशों के बीच पर्यटन संबंधों को मजबूत करना है, जो पर्यटन और सांस्कृतिक संबंधों को भी सुदृढ़ बनाएगा।
रूस द्वारा ई-वीजा सुविधा की शुरुआत से भारतीयों के लिए रूस का दौरा पहले से ही आसान हो गया है, और वीजा-मुक्त यात्रा की शुरुआत से यह और भी सरल हो जाएगा। मॉस्को के प्रतिष्ठित स्थल, जैसे क्रेमलिन, रेड स्क्वायर, और सेंट बेसिल कैथेड्रल, वैश्विक पर्यटकों के आकर्षण के प्रमुख केंद्र हैं, और वीजा-मुक्त यात्रा से इनमें भारतीय पर्यटकों की संख्या बढ़ने की संभावना है।
यह पहल भारत और रूस के बीच पर्यटन में एक नई शुरुआत साबित हो सकती है। मॉस्को के इतिहास, आधुनिक आकर्षण, शॉपिंग और पाक कला के संगम से भारतीय पर्यटकों को एक अनोखा अनुभव मिलेगा।