प्रधानमंत्री ने किया मध्य प्रदेश के अमरकंटक के विकास कार्यों का आभासी लोकार्पण
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा पर्यटन क्षेत्र को प्रोत्साहन देने के लिए, स्वदेश दर्शन और प्रशाद योजना के अंतर्गत 1400 करोड़ रुपये से अधिक राशि की 52 पर्यटन क्षेत्र की परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया गया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का दृष्टिकोण इन स्थलों पर विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे और सुविधाओं का निर्माण करके देश के प्रमुख तीर्थ और पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के समग्र अनुभव की गुणवत्ता में सुधार करना है। इसके अनुरूप, प्रधानमंत्री द्वारा 1400 करोड़ रुपये से अधिक राशि की स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजनाओं के अंतर्गत विविध पहल राष्ट्र को समर्पित की गई एवं लांच की गयीं।
प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्र को समर्पित की गयी परियोजनाओं में श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर में ‘हजरतबल तीर्थ का एकीकृत विकास’ का विकास, मेघालय के पूर्वोत्तर सर्किट में विकसित की गईं पर्यटन सुविधाएं; बिहार और राजस्थान में आध्यात्मिक सर्किट; बिहार में ग्रामीण एवं तीर्थंकर सर्किट; जोगुलम्बा गडवाल जिला, तेलंगाना में जोगुलम्बा देवी मंदिर का विकास; और अनूपपुर जिला, मध्य प्रदेश में अमरकंटक मंदिर का विकास सम्मिलित है।
पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सम्पूर्ण देश में धार्मिक पर्यटन अनुभव को समृद्ध करने के लिए तीर्थ स्थलों को विकसित करने और पहचान करने पर केंद्रित प्रशाद योजना शुरू की है, इसका उद्देश्य एक संपूर्ण धार्मिक पर्यटन अनुभव प्रदान करने के लिए तीर्थ स्थलों को प्राथमिकता, नियोजित और संधारनीय तरीके से एकीकृत करना है। प्रशाद (PRASHAD) योजना के पूर्ण रूप का अर्थ ‘तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक संवर्द्धन अभियान’ है। तीर्थ पर्यटन की क्षमता का दोहन करने के लिए सरकार द्वारा अन्य हितधारकों के सहयोग के साथ-साथ चयनित तीर्थ स्थलों के समग्र विकास की आवश्यकता है। प्रशाद योजना का उद्देश्य भारत में धार्मिक पर्यटन के विकास और संवर्धन का मार्ग प्रशस्त करना है।
- प्रशाद योजना के तहत अमरकंटक में निम्नलिखित विकास कार्य किये गए हैं:-
- नर्मदा मंदिर के आसपास का विकास (प्रवेश द्वार, प्रतीक्षा मंडप, प्रसाद वितरण के लिए भोजन और रसोई, कियॉस्क, स्ट्रीट फर्नीचर)
- मंदिरों की रोशनी
- इंद्र दमन झील, मां की बगिया, कपिल धारा का विकास
- रामघाट का दक्षिण तट, सोनमुडा में घाट का विकास
- मेला मैदान, पैदल चल पथ का विकास
- पर्यटक सुविधा केन्द्र का विकास
- सार्वजनिक सुविधाओं का विकास
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा ‘देखो अपना देश पीपुल्स चॉइस पर्यटन गंतव्य सर्वेक्षण’ को भी लॉन्च किया गया। इस राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण का उद्देश्य नागरिकों के साथ जुड़कर सबसे पसंदीदा पर्यटक आकर्षणों की पहचान करना और 5 पर्यटन श्रेणियों – आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और विरासत, प्रकृति और वन्य जीवन, साहसिक और अन्य श्रेणियों में पर्यटकों की अवधारणा को समझना है। चार मुख्य श्रेणियों के अलावा, ‘अन्य’ श्रेणी वह है जहां कोई अपने व्यक्तिगत पसंदीदा पर्यटन के लिए मतदान कर सकता है और लुप्त पर्यटन आकर्षणों और स्थलों जैसे वाइब्रेंट बॉर्डर विलेज, वेलनेस टूरिज्म, वेडिंग टूरिज्म आदि का अनावरण करने में सहायता कर सकता है। यह मतदान अभ्यास भारत सरकार के नागरिक सहभागिता पोर्टल मॉयगव प्लेटफॉर्म पर आयोजित किया जा रहा है।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री द्वारा ‘चुनौती आधारित गंतव्य विकास’ (सीबीडीडी – चैलेंज बेस्ड डेस्टिनेशन डेवलपमेंट) योजना के अंतर्गत चयनित 42 पर्यटन स्थलों की भी घोषणा की गई। केंद्रीय बजट 2023-24 के दौरान घोषित की गई अभिनव योजना का उद्देश्य पर्यटन स्थलों के विकास को उत्प्रेरित करके पूर्ण रूप से पर्यटक अनुभव प्रदान करना है, साथ ही स्थिरता को प्रोत्साहन देना है और पर्यटन क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा का परिचय कराना है। 42 गंतव्यों की पहचान चार श्रेणियों में की गई है (संस्कृति और विरासत गंतव्य में 16; आध्यात्मिक स्थलों में 11; इकोटूरिज्म और अमृत धरोहर में 10; और वाइब्रेंट विलेज में 5)।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ‘चलो इंडिया वैश्विक प्रवासी’ अभियान को भी लॉन्च किया गया। भारतीय प्रवासियों को अतुलनीय भारत के राजदूत बनने और भारत में पर्यटन को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से ‘चलो इंडिया वैश्विक प्रवासी अभियान’ का शुभारंभ किया गया है। यह अभियान प्रधानमंत्री के आह्वान के आधार पर शुरू किया जा रहा है, जिसमें उन्होंने भारतीय प्रवासी सदस्यों से कम से कम 5 गैर-भारतीय मित्रों को भारत भ्रमण के लिए प्रोत्साहित करने का अनुरोध किया। 3 करोड़ से अधिक प्रवासी भारतीयों सहित, भारतीय पर्यटन के लिए प्रवासी भारतीय सांस्कृतिक राजदूत के रूप में कार्य करते हुए एक प्रमुख अग्रदूत के रूप में कार्य कर सकते हैं।
प्रमुख कार्यक्रम श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर में माननीय प्रधानमंत्री की उपस्थिति में हुआ, जिसके अंतर्गत मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के अमरकंटक में प्रशाद योजना के तहत किये गए विकास कार्यों का आभासी लोकार्पण नर्मदा नदी के रामघाट पर केंद्रीय मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते (ग्रामीण विकास और इस्पात राज्य मंत्री) एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय (आइजीएनटीयू), अमरकंटक के कुलपति प्रो. श्री प्रकाश मणि त्रिपाठी के मुख्य आतिथ्य एवं शहडोल सांसद श्रीमती हेमाद्रि सिंह की अध्यक्षता में मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के अधिकारीगण, पर्यटन मंत्रालय
भारत सरकार के श्री जितेंद्र जाधव, सहायक निदेशक, भारत पर्यटन मुंबई, श्री मयंक दुबे, प्रबंधक भारत पर्यटन रायपुर एवं अनूपपुर के जिलाधीश और उप जिलाधीश, अमरकंटक नगर पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं जनप्रतिनिधि गण की गरिमामयी उपस्थिति में हुआ। इस अवसर पर आइजीएनटीयू के युवा पर्यटन क्लब सदस्य, स्थानीय विद्यालय के छात्रों के साथ साथ बड़ी संख्या में स्थानीय पर्यटन हितग्राही जैसे टूर ऑपरेटर, ट्रेवल एजेंट, होटलों एवं होमस्टे के मालिक, स्थानीय गाइड, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, महिला स्व-सहायता समूह के सदस्य, पर्यटक, श्रद्धालुगण, स्थानीय नागरिक तथा स्थानीय विक्रेताओं ने भाग लिया।