जानें क्या फर्क है 5 स्टार और 7 स्टार होटल में, कैसे दी जाती है रैंकिंग
आप भी 5 स्टार और 7 स्टार होटलों में गए होंगे। आम तौर पर 5 स्टार होटल लग्जरी होटल्स में शुमार किये जाते हैं। इनमें सुविधाएं अधिक होती है और इसीलिए इनमें चार्ज भी अधिक लिया जाता है। मगर क्या आप ये जानते हैं कि आखिर इन होटलों की स्टार रेटिंग के मानक क्या होते हैं।
बता दें कि इन होटलों को रैंक प्रदार करने के लिए कोई वैश्विक रेटिंग प्रणाली नहीं है। अधिकतर होटल खुद ही अपनी स्टार रेटिंग क्लेम करते हैं। मगर रैंकिंग देने के लिए पर्यटन मंत्रालय के अधीन एक कमेटी होती है जो यह काम करती है।
होटल एंड रेस्टोरेंट अप्रूवल एंड क्लासिफेक्शन कमेटी के दो पार्ट होते हैं। पहला विंग 1 से 3 स्टार रेटिंग के लिए और दूसरी विंग 4 और 5 स्टार रेटिंग वाले होटलों की नंबरिंग करती है।
इन सुविधाओं की होती है जांच
किसी भी होटल को रेटिंग देने के लिए वहां प्राप्त सुविधाओं की जांच होती है। रुम, बाथरुम, कमरे के हिसाब से एयर कंडीशनर का साइज, लॉबी, रेस्टॉरेंट, भोजन, बार, शॉपिंग, स्पा, कान्फ्रेंस कॉल, बिजनेस सेंटर, हेल्थ क्लब, स्विमिंग पूल, दिव्यांग लोगों के लिए खास सर्विस, सुरक्षा व्यवस्था, फायर मैनेजमेंट जैसे मुद्दों को ध्यान में रखा जाता है।
इन दो कैटेगरी में दी जाती है रेटिंग
होटलों को जांच के बाद दो तरह स्टार कैटेगरी और हेरिटेज कैटेगरी दी जाती है। स्टार कैटेगरी में होटलों को 5 स्टार डीलक्स, 5 स्टार, 4 स्टार, 3 स्टार, 2 स्टार और 1 स्टार रेटिंग के अनुसार विभाजित किया जाता है। दूसरी कैटेगरी में हेरिटेज ग्रांड, हेरिटेज क्लासिक, हेरिटेज बेसिक जैसी रेटिंग दी जाती है। ये दोनों ही अपने टार्गेट कस्टमर्स के लिए बेस्ट सुविधाएं मुहैया कराते हैं।
अगर हम स्टार रेटिंग के होटलों की बात करें तो ये रेंकिंग 5 स्टार कर ही होती है। अमूमन फाइव स्टार होटल को श्रेष्ठ माना जाता है। लेकिन सात सितारा होटलों का कोई औपचारिक निकाय नहीं है। लेकिन कई होटल खुद को 7 स्टार क्लेम करते हैं। माना जाता है कि सेवन स्टार होटल 5 स्टार से अधिक लग्जरी और महंगे होते हैं। भारत में ताज फलकनामा पैलेस को 7 स्टार होटल कहा जाता है, वहीं दुबई में बुर्ज अल अरब होटल सात सितारा होटलों में सबसे फेमस है।