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Nandan Kanan
29 May

प्लास्टिक मुक्त करने हो रहा नंदनकानन में ये अनोखा प्रयोग

पार्क को प्लास्टिक मुक्त करने हो रहा भुवनेश्वर के नंदनकानन  में ये अनोखा प्रयोग… 20 की बोतल 50 की सिक्योरिटी…

अक्सर लोग जब घूमने-फिरने या पिकनिक में जाते हैं तो अपने साथ जरूरत की बहुत कुछ लेकर जाते हैं। लेकिन फिर भी वे पानी या अन्य चीजें खरीदते ही हैं, जो प्लास्टिक में मिलती है। लेकिन पार्क या अन्य पर्यटन स्थलों पर इस्तेमाल के बाद इसे यूं ही फेंक देना क्या सही है? लेकिन ऐसा अक्सर होता है पार्क या पिकनिक स्पॉट पर ये कूड़े के ढेर में आपको दिखाई देंगे। इनको फेंकने के लिए जगह नियत रहती है, फिर भी कौन खाली बोतल साथ में लेकर घूमें वाली मानसिकता के चलते जहां पाएं वहां फेंक आते हैं। और हमारी ऐसी ही गलतियां पार्क या अन्य पिकनिक स्थानों पर गंदगी फैलती है।

पार्क को प्लास्टिक मुक्त करने हो रहा भुवनेश्वर के नंदनकानन  में ये अनोखा प्रयोग... 20 की बोतल 50 की सिक्योरिटी...

लेकिन भुवनेश्वर के नंदनकानन जियोलॉजिकल पार्क में एक बहुत ही सराहनीय नियम बनाया गया है, जिससे वहां प्लास्टिक की बोतलें यहां-वहां बिखरी ना दिखाई दे और पार्क प्लास्टिक मुक्त रहे।
इस पार्क में यदि आप कोल्ड ड्रिंक या किसी भी तरह का प्लास्टिक का सामान पार्क में ले जाते हैं तो एंट्री गेट पर ही आपको अपने उस समान में 50 रुपए का स्टीकर लगवाना अनिवार्य है। ये 50 रुपये रिफंडेबल है। आपकी पानी की बोतल भले ही 20 रुपये की क्यो न हो मगर आपको उस बोतल पर 50 रुपये का स्टीकर लगवाना ही पड़ेगा ताकि जब आप पार्क से वापस लौटे तो अपने सामान में लगे स्टीकर को दिखा कर अपने पैसे वापस ले सकें।

प्लास्टिक मुक्त है ना कमाल का आईडिया। तो चलिए हम आपको बता दें भुवनेश्वर के नंदनकानन जियोलॉजिकल पार्क के बारे में…

नंदनकानन जूलॉजिकल पार्क ओडिशा में भुवनेश्वर से 20 किलोमीटर दूर स्थित 437 हेक्टेयर का चिडिय़ाघर और वनस्पति उद्यान है। इसकी स्थापना 1960 में होके 1979 में जनता के लिए खोला गया था। वल्र्ड एसोसिएशन ऑफ़ ज़ूज़ एंड एक्वेरियम  में 2009 में शामिल होने वाला यह भारत का पहला चिडिय़ाघर बन गया। इसमें एक वनस्पति उद्यान भी और इसके एक हिस्से को अभयारण्य घोषित किया गया है। चंदका जंगल के राजमहल में राजधानी भुवनेश्वर के पास चण्डका वन के वातावरण में स्थित है, और इसमें 54 हेक्टेयर) कांजिया झील भी शामिल है