राजनगर बनेगा टूरिज्म हब…जानें क्यों प्रसिद्ध है बिहार का ये शहर
बिहार के मधुबनी को राज्य की सांस्कृतिक विरासत पर्यटन स्थली बनाने की संभावनाओं को लेकर पर्यटन विभाग ने काम शुरू कर दिया है। रविवार को पर्यटन सचिव अभय कुमार सिंह ने विभागीय टीम के साथ राजनगर, मधुबनी का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा राजनगर को हम राज्य के सांस्कृतिक और विरासत पर्यटन स्थल बनाने को लेकर किस प्रकार कार्य शुरू करें, इसे लेकर पर्यटन विभाग ने यह पहल शुरू की है। उन्होंने बताया कि राजनगर को बिहार की विरासत और गर्व के प्रतीक के तौर पर पूरे देश में प्रोजेक्ट किया जा सकता है।
उत्तर बिहार के मधुबनी जिले में स्थित राजनगर का राज परिसर शानदार वास्तुकला का अद्भुत नमूना है। यहां के मंदिरों और राजमहल की नक्काशी लोगों को मंत्रमुग्ध कर देती है। इस परिसर में प्राचीन मिथिला की वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना देखने को मिलता है। इसके निर्माण में वास्तुकला की बंगाल शैली की झलक दिखलाई पड़ती है। पाश्चात्य निर्माण शैली का प्रभाव भी दिखता है। अगर इसका विकास किया जाए तो यह पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो सकता है। राजनगर में दरभंगाराज के कालखंड में महाराजाधिराज रामेश्वर सिंह द्वारा निर्माण कराए गए देवी-देवताओं के मंदिरों व भवनों की नक्काशी देखते ही बनती है। दरभंगा राज का सचिवालय भी वास्तुकला का नमूना है।
राजनगर कैसे जाएं
1. अगर आप फ्लाइट से राजनगर जाने चाहते हैं तो यहां का नजदीकी एयरपोर्ट जयप्रकाश इंटनेशनल है।
2. यदि आप ट्रेन से आने का सोच रहे हैं सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन है। रेलवे स्टेशन मुख्य शहर से लगभग दो किमी. की दूरी पर है।
3. अगर आप सड़क मार्ग से राजनगर जाना चाहते हैं राजधानी पटना से मुजफ्फरपुर और फिर दरभंगा वाले रास्ते से जा सकते हैं।