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bhoramdeo
18 Jul

मानसून में घूमने के लिए छत्तीसगढ़ का ये वाइल्ड लाइफ सेंचुरी है बेस्ट

अगर आपको अगर आपको प्रकृति से प्यार है और आप हरे-भरे दृश्य के साथ जंगलों के वन्यजीवों को देखना चाहते हैं, तो चले आइए छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध भोरमदेव अभयारण्य। राजधानी रायपुर से 120 किमी दूर स्थित मैकल पर्वत श्रृंखला से घिरे कवर्धा जिले में चिल्फी घाटी, भोरमदेव मंदिर, सरोधा दादर जलाशय, रानीदहरा जल प्रपात, पीठाघाट वाचटावर और पुरातात्विक स्थल पचराही पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण हैं।

352 वर्ग किमी में फैले भोरमदेव वन्य प्राणी अभयारण्य में मोर, किंगफिशर, बायसन, चीतल, नीलगाय जैसे वन्यजीवों, पक्षियों और दुर्लभ वनस्पतियों का प्राकृतिक आवास है। मगर इससे भी खास है यहां सात एकड़ में फैला तितलियों का संसार है।

आप इस अभयारण्य में 130 से अधिक प्रजाति की तितलियों को देख सकते हैं। इनमें राष्ट्रीय तितली आरेंज ओकलीफ (केलिमा इनेकस), दुर्लभ प्रजाति की ‘स्पाटेड एंगल’ आदि शामिल है। तितलियों के स्वर्ग कहा जाने वाला यह अभयारण्य में 200 से अधिक पक्षियों का भी बसेरा है।

वन मंडल अधिकारी शशि कुमार के अनुसार यहां देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को यहां तितलियों का संसार देखने को मिलता है। उन्होंने बताया कि आरेंज ओकलीफ तितली जब पंख बंद रखती है तो सूखी पत्ती के समान दिखती है और पंख खुलने पर काला, नारंगी, गहरे नीले रंग वाले पंख सभी को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करने लगते हैं। अभयारण्य क्षेत्र के जामुनपानी और प्रतापगढ़ में जंगल सफारी कर पर्यटक वन्यप्राणियों को देखने जा सकते हैं।

कवर्धा से करीब 18 किमी दूर स्थित भोरमदेव मंदिर परिसर भगवान शिव को समर्पित चार हिंदू मंदिरों का एक समूह है। इसे छत्तीसगढ़ का खजुराहो भी कहा जाता है। यहां मंडवा महल, छेरकी महल सहित अन्य मंदिरों की नक्काशी काफी प्रसिद्ध है।

मानसून में घूमने के लिए छत्तीसगढ़ का ये वाइल्ड लाइफ सेंचुरी है बेस्ट

सरोधा दादर है बेस्ट

जिला मुख्यालय से 50 किमी की दूर मध्यप्रदेश की सीमा पर चिल्फी घाटी स्थित है। यहां से दाहिने दिशा में पांच किमी ऊपर सरोधा दादर ग्राम में पहाड़ पर 11 एकड़ की भूमि पर एक बैगा एथनिक रिसार्ट बनाया गया है। इस पर्यटन ग्राम में वुडन व डीलक्स हाउस बने है।

चिल्फीघाटी और सरोधा-दादर में प्रकृति का आनंद लेने के लिए सालभर देशी-विदेशी पर्यटकों का मेला लगा रहता है। सरोधा-दादर और पीड़ाघाट के पास एक वाच-टावर भी बनाया गया है, जहां से लोग पर्वत और घाटी के सुंदर दृश्य का आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा आप ट्रेकिंग व कैंपिंग का आनंद ले सकते हैं।

सरोधा जलाशय में पर्यटक स्पीड बोट, वाटर स्कूटर और कैंपिंग कर सकते हैं। यहां से मैकल पर्वत श्रृंखला की खूबसूरती देखते ही बनती है। छीरपानी जलाशय का नयनाभिराम दृश्य भी पर्यटकों को लुभाता है। यहां घने जंगल के बीच स्थित रानीदहरा जल प्रपात, दुरदुरी जलप्रपात, मांदाघाट जलप्रपात भी है।

रानीदहरा बोड़ला से चिल्फी मार्ग पर कवर्धा से लगभग 35 किमी की दूर है। अभयारण्य के घने जंगल और ऊंचे पहाड़ों के बीच रानीदहरा जल प्रपात का सौंदर्य और आकर्षक हो जाा है। यहां करीब 40 फीट की ऊंचाई से पानी गिरता है।

कैसे पहुंचे

रायपुर एयरपोर्ट, रायपुर और जगदलपुर रेलवे स्टेशन से आप आसानी से कवर्धा पहुंच सकते हैं। रायपुर से 120 किमी दूर स्थित कवर्धा के लिए नॉन स्टाप एसी बसें उपलब्ध है। वहीं आपके रुकने के लिए सरोधा दादर के रिसार्ट सहित अभयारण्य के पास और शहर में सस्ते होटल उपलब्ध है। सरोधा रिसार्ट में बुकिंग के लिए आप पर्यटन बोर्ड के नंबर 7714224999 व 9111007964 पर भी संपर्क कर सकते हैं।