हमारे देश में एडवेंचर और रिलिजन टूरिज्म की बहुत संभावनाएं : श्रेयस तलपड़े
जनसंपर्क विभाग, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल, ट्रिप्स एन ट्रिपर्स एवं छत्तीसगढ़ी क्रिएशन के संयुक्त तत्वावधान में छत्तीसगढ़ में पर्यटन को बढ़ावा देने चलो चले प्रकृति की ओर...
छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा आयोजन 31 जनवरी को
छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा ‘जलवायु परिवर्तन के खिलाफ युवाओं की भूमिका’ विषय पर पैनल डिस्कशन और लाइव बैंड का आयोजन 31 जनवरी को युवा उद्यमी, गायिका और म्यूजिक कंपोजऱ सुश्री अनन्या बिड़ला लाइव म्यूजिक कॉन्सर्ट में देंगी प्रस्तुति छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा ‘जलवायु परिवर्तन के खिलाफ युवाओं की भूमिका’ विषय पर पैनल डिस्कशन और लाइव बैंड का आयोजन किया जा रहा है। रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में 31 जनवरी को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक आयोजित कार्यक्रम में युवा उद्यमी, गायिका और म्यूजिक कंपोजऱ सुश्री अनन्या बिड़ला लाइव...
मॉडर्न रेलवे स्टेशन बनेंगे रायपुर और दुर्ग….
SECR रेल जोन के रेलवे स्टेशन का हो रहा कायाकल्प…. मॉडर्न रेलवे स्टेशन बनेंगे रायपुर और दुर्ग रेलवे ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन में आने वाले स्टेशन को विकसित करने का फैसला किया है। इसी कड़ी में रायपुर और दुर्ग रेलवे स्टेशन का कायाकल्प किया जा रहा है। यात्रियों को अब मॉडर्न रेलवे स्टेशन में हर उस सुविधा को देने की तैयारी की जा रही है जिससे उन्हें जरा भी परेशानी ना हो। इसी कड़ी में रायपुर और दुर्ग रेलवे स्टेशन में विकास कार्य हो रहा है। इन दोनों स्टेशनों...
मंगोलिया का नर्तक दल पहुंचा राजधानी
मंगोलिया का नर्तक दल आज राजधानी रायपुर पहुंच गया है। यह दल स्थानीय साइंस कॉलेज मैदान में 01 से 03 नवंबर तक चलने वाले राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में अपनी नृत्य शैली की छटा बिखेरेगा।टीम लीडर श्री एंखबोल्ड टुमूरबातर ने बताया कि हम अपनी कला और संस्कृति से छत्तीसगढ़ के लोगों के साथ ही भारत के विभिन्न राज्यों एवं अन्य विदेशी मेहमानों के दिल में जरूर स्थान बनाने में सफल होंगे। इस महोत्सव में मंगोलिया के सांस्कृतिक प्रतिनिधि के रूप में भाग लेना हम सब के लिए गौरव की बात...
टोंगो और मोजांबिक के नर्तक दल राजधानी रायपुर पहुंचे
टोंगो और मोजांबिक के नर्तक दलराष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में देंगे प्रस्तुति अफ्रीका के टोंगो और मोजांबिक से नर्तक दल राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में शामिल होने आज राजधानी रायपुर पहुंचे। विभागीय अधिकारी कर्मचारियों द्वारा माना विमानतल पर उनका आत्मीय स्वागत किया गया। नर्तक दलों में गजब का उत्साह देखने को मिल। उन्होंने ‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’ नारे का पूरे जोश के साथ उद्घोष किया। उल्लेखनीय है कि टोंगो से आए नृतक दल में कुल 10 सदस्य शामिल हैं, जिसमें 6 पुरुष और 4 महिला हैं। टीम लीडर श्री अजवोन बोचोउ अटा...
अनंत व असीम है छत्तीसगढ़ की नृत्य परंपरा
1 से 3 नवंबर तक राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में होगा जनजातीय नृत्यों का प्रदर्शन- मनोज सिंह, सहायक संचालक अनंत व असीम है छत्तीसगढ़ की नृत्य परंपरा छत्तीसगढ़ी लोककला में लोकनृत्य संपूर्ण प्रमुख छत्तीसगढ़ के जनजीवन की सुन्दर झांकी है। राग-द्वेष, तनाव, पीड़ा से सैकड़ों कोस दूर आम जीवन की स्वच्छंदता व उत्फुल्लता के प्रतीक लोकनृत्य यहां की माटी के अलंकार है। छत्तीसगढ़ के लोकनृत्य सुआ, करमा, पंथी राउत नाचा, चंदैनी, गेड़ी, नृत्य, परब नृत्य, दोरला, मंदिरी नृत्य, हुलकी पाटा, ककसार, सरहुल शैला गौरवपाटा, गौरव, परथौनी, दशहरा आदि हैं। छत्तीसगढ़ के लोकनृत्य...
जतमई –
गरियाबंद में रायपुर से 85 किमी की दूरी पर स्थित है। एक छोटा सा जंगल के खूबसूरत स्थलों के बीच सेट, जतमई मंदिर माता जतमई के लिए समर्पित है। मंदिर खूबसूरती से कई छोटे शिखर या टावरों और एक एकल विशाल टॉवर के साथ ग्रेनाइट के बाहर खुदी हुई है। मुख्य प्रवेश द्वार के शीर्ष पर, एक पौराणिक पात्रों का चित्रण भित्ति चित्र देख सकते हैं। जतमई की पत्थर की मूर्ति गर्भगृह के अंदर रखा गया है। जतमाई पर्यटन छत्तीसगढ़ में एक खूबसूरत एवं आकर्षक स्थान है। यह छत्तीसगढ़ के महासमुंद...
दो दिवसीय आर्ट, लिट्रेरेचर एंड फिल्म फेस्टिवल
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आर्ट, लिट्रेरेचर एंड फिल्म फेस्टिवल आज से यानी 14 अक्टूबर से दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि कला, साहित्य एवं फिल्म को लेकर एक ही मंच पर आयोजित किए जाने वाला यह देश एवं छत्तीसगढ़ की पावन धरा पर पहली बार हो रहा है जिसमें कला, साहित्य, फिल्म, चित्रकारी, हस्तशिल्प से जुड़े कलाकार अपने-अपने अनुभव साझा करेंगे। छत्तीसगढ़ी थीम पर आयोजित होने वाले इस कार्यकम में 5 भाषा के लगभग 100 वक्त 14 व 15 अक्टूबर 2022 को...
नए स्वरूप में बारनवापारा अभ्यारण्य
रायपुर । छत्तीसगढ़ का सबसे उत्कृष्ट तथा आकर्षक अभ्यारण्य बारनवापारा का नया स्वरूप में कायाकल्प हुआ है। यह कायाकल्प वन्यप्राणी रहवास उन्नयन कार्य के अंतर्गत कैम्पा (छत्तीसगढ़ प्रतिकरात्मक वनरोपण निधि प्रबंधन और योजना प्राधिकरण) के वार्षिक कार्ययोजना 2021-22 में स्वीकृत राशि से किया गया है। इसके तहत 5 हजार 920 हेक्टेयर रकबा में सघन लेन्टाना उन्मूलन तथा यूपोटोरियम उन्मूलन का कार्य हुआ है। जिसमें से बारनवापारा अभ्यारण्य के 19 कक्षों में कुल 950 हेक्टेयर रकबा में लेन्टाना उन्मूलन का कार्य और 32 कक्षों में कुल 4 हजार 970 हेक्टेयर रकबा...