SATTE – 2023
Welcome to SATTE
SATTE – South Asia’s Travel & Tourism Exchange offers a comprehensive platform to domestic and international buyers and professionals
from across the travel, tourism and hospitality industry along with National and State Tourism Boards (NTOs and STOs).
It is recognized as Asia’s Leading travel and tourism exhibition to conduct business, share knowledge, exchange ideas in
order to arrive at solution-driven innovations to accelerate the pace of the growth of the industry.
SATTE is well-supported by the Ministry of Tourism, Government of India, National and International Tourism Boards,
Indian and International travel and trade associations and organizations amongst others.
The 30th edition of this will be held at India Expo Mart, Greater Noida, Delhi-NCR from 09-11 Feb 2023.
ऋषिकेश – खूबसूरत जगह
अगर आप एडवेंचर के शौकीन हैं तो यह जगह आपके लिए बेस्ट साबित हो सकती है। क्योंकि आप यहां राफ्टिंग, कैंपिंग और बंजी जंपिंग जैसे एडवेंचर्स चीजों का लुफ्त उठा सकते हैं। इसके अलावा ऋषिकेश में आप अन्य खूबसूरत जगह भी देख सकते हैं। ऋषिकेश में आपको कई वॉटरफॉल भी देखने को मिलेंगे। इसमें गुरुडचट्टी वॉटरफॉल, नीर गढ़ वॉटरफॉल, हिमशैल वॉटरफॉल, पटना वॉटरफॉल मुख्य हैं।
ऋषिकेश के अन्य आकर्षण
लक्ष्मण झूला
गंगा नदी के एक किनार को दूसर किनार से जोड़ता यह झूला नगर की विशिष्ट की पहचान है। इसे विकतमसंवत 1996 में बनवाया गया था। कहा जाता है कि गंगा नदी को पार करने के लिए लक्ष्मण ने इस स्थान पर जूट का झूला बनवाया था। झूले के बीच में पहुँचने पर वह हिलता हुआ प्रतीत होता है। 450 फीट लम्बे इस झूले के समीप ही लक्ष्मण और रघुनाथ मन्दिर हैं। झूले पर खड़े होकर आसपास के खूबसूरत नजारों का आनन्द लिया जा सकता है।
त्रिवेणी घाट
ऋषिकेश में स्नान करने का यह प्रमुख घाट है जहाँ प्रात: काल में अनेक श्रद्धालु पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाते हैं। कहा जाता है कि इस स्थान पर हिन्दू धर्म की तीन प्रमुख नदियों गंगा यमुना और सरस्वती का संगम होता है।
नीलकण्ठ महादेव मन्दिर
लगभग 5,500 फीट की ऊँचाई पर स्वर्ग आश्रम की पहाड़ी की चोटी पर नीलकण्ठ महादेव मन्दिर स्थित है। कहा जाता है कि भगवान शिव ने इसी स्थान पर समुद्र मन्थन से निकला विष ग्रहण किया गया था।
भरत मन्दिर
यह ऋषिकेश का सबसे प्राचीन मन्दिर है जिसे 12 शताब्दी में आदि गुरू शंकराचार्य ने बनवाया था। भगवान राम के छोटे भाई भरत को समर्पित यह मन्दिर त्रिवेणी घाट के निकट ओल्ड टाउन में स्थित है।
कैलाश निकेतन मन्दिर
लक्ष्मण झूले को पार करते ही कैलाश निकेतन मन्दिर है। 12 खण्डों में बना यह विशाल मंदिर ऋषिकेश के अन्य मन्दिरों से भिन्न है।
वशिष्ठ गुफा
ऋषिकेश से 22 किलोमीटर की दूरी पर 3,000 साल पुरानी वशिष्ठ गुफा बद्रीनाथ-केदारनाथ मार्ग पर स्थित है। गुफा के भीतर एक शिवलिंग भी स्थापित है। यह जगह पर्यटन के लिये बहुत मशहूर है।
मोहनचट्टी
ऋषिकेश से नीलकण्ठ मार्ग के बीच यह स्थान आता है जिसका नाम है फूलचट्टी , मोहनचट्टी , यह स्थान बहुत ही शान्त वातावरण का है यहाँ चारो और सुन्दर वादियाँ है , नीलकण्ठ मार्ग पर मोहनचट्टी आकर्षण का केंद्र बनता है।