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बरसात में प्रकृति की सुंदरता आपके लिए न बन जाए आफत - Travel News
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Rain Travel Tips
17 Jul

बरसात में प्रकृति की सुंदरता आपके लिए न बन जाए आफत

तेज बरसात होते ही प्रकृति प्रेमी अपने दोस्तों या परिवार के सात सैर-सपाटे पर निकल जाते हैं। मगर इस दौरान उन्हें सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। दरअसल इस मौसम में प्रकृति जितनी मोहक होती है उतनी ही जानलेवा भी होती है। इस मौसम में कई बार दुर्घटनाएं हो जाती हैं।

छत्तीसगढ़ में कोरबा जिले के देवपहरी पर्यटन स्थल में बाढ़ आने से 4 युवा फंस गए। हालांकि कई घंटों तक चले रेस्क्यू के बाद दोनों युवक और युवतियों को सुरक्षित निकाल लिया गया। ऐसे हादसा केवल छत्तीसगढ़ से ही नहीं देश के कई पर्यटन स्थलों से सुनाई देते हैं। लोगों द्वारा बरती गई लापरवाही जान की आफत बन जाती है।

तेज बरसात के दौरान टूरिस्ट प्लेस में में फिसलन, डेम, सरोवर, झरना आदि का जलस्तर बढ़ने से ये खतरनाक हो जाते हैं। ऐसे इस तरह के स्थल में जाने पर और मजा मस्ती करने के दौरान सावधानी बरतने और प्रशासन के द्वारा बनाए गए सुरक्षा नियमों का पालन करना चाहिए। इससे आप मौसम का मज़ा भी ले सकेंगे साथ ही यादगार लम्हें भी बना सकेंगे।

बरसात में प्रकृति की सुंदरता आपके लिए न बन जाए आफत

सैर-सपाटे के दौरान इन जगहों पर बरतें सावधानी

बरसात में अमूमन लोग झरना, डेम और प्राकृतिक सरोवर और नदी के किनारे जाना पसंद करते हैं। मगर यहां घूमने के दौरान आपको सतर्क रहने की जरूरत है। क्योंकि लगातार इन क्षेत्रों में पानी गिरने से जमीन गीली हो जाती है और पहाड़ी इलाका होने की वजह से यह खतरा साबित होता है। बरसात के कारण चटान, पानी वाली जगह के स्थान पर फिसलन आ जाता है, जो भी खतरनाक साबित होता हैं। साथ ही जहरिले जीव जंतुओं का भी डर रहता है।

चिकनी मिट्टी से रहें दूर

ऐतिहासिक स्थलों पर अक्सर ऐसी मिट्टी मिल सकती है, जो बेहद चिकनी होती है। जिस पर चलना खतरे को बुलावा देना होता है, पैर फिसलने से अक्सर दुर्घटनाएं हो जाती है। इसलिए जब भी ऐसे स्थलों पर जाएं और वहां चिकनी मिट्टी नजर आए तो वहां से दूरी बनाएं रखें।

झरने से रहें सावधान

कुछ युवा बारिश के मौसम में झरनों की तलाश में निकल पड़ते हैं। कई बार झरने खतरनाक साबित होते हैं। दरअसल झरने से बहता पानी किसी एक दिशा का नहीं रहता है। वह कई जगहों से बहकर आए पानी की धाराओं का एक स्वरूप होता है। तेज बारिश होने पर कई स्थलों का पानी रौद्र रूप लेकर झरनों की तरफ बढ़ता है, जिससे बहाव तेज हो जाता है। पहाड़ो से तेज गिरता झरना किसी को भी अपने चपेट में ले सकता है।

निर्देशों को ध्यान से पढ़ें

पर्यटकों की सुरक्षा के लिए ऐतिहासिक स्थलों पर सुरक्षा से जुड़े निर्देश लगे रहते हैं। ऐसे में इन स्थलों में घूमने से पहले वहां के बारे में जाना जा सकता है। साथ ही संबंधित स्थल के बोर्ड पर लिखे निर्देशों को भी ध्यान से पढ़ें एवं निर्देशों का पालन करें।

प्रतिबंधित स्थलों पर न जाए

कई स्थलों को डेंजर जोन घोषित किया जाता है। जहां प्रशासन स्तर पर चेतावनी बोर्ड या प्रतिबंधित स्थल का बोर्ड लगा होता है। ऐसे बोर्ड पर भी आप जरूर ध्यान दें। जिला प्रशासन ने बोर्ड लगाया है तो जरूर कुछ न कुछ खतरा होगा। ऐसे इन स्थानों पर अपनी सुरक्षा के लिए न ही जाएं तो बेहतर है।