Top
डल झील के किनारे ट्यूलिप गार्डन देखने उमड़े पर्यटक… -
fade
7412
post-template-default,single,single-post,postid-7412,single-format-standard,mkd-core-1.3,mkdf-social-login-1.4,mkdf-tours-1.4.3,voyage-ver-2.1,mkdf-smooth-scroll,mkdf-smooth-page-transitions,mkdf-ajax,mkdf-grid-1300,mkdf-blog-installed,mkdf-breadcrumbs-area-enabled,mkdf-header-standard,mkdf-sticky-header-on-scroll-up,mkdf-default-mobile-header,mkdf-sticky-up-mobile-header,mkdf-menu-item-first-level-bg-color,mkdf-dropdown-animate-height,mkdf-header-style-on-scroll,mkdf-medium-title-text,wpb-js-composer js-comp-ver-6.8.0,vc_responsive
 / India  / डल झील के किनारे ट्यूलिप गार्डन देखने उमड़े पर्यटक…
Tulip Garden
26 Apr

डल झील के किनारे ट्यूलिप गार्डन देखने उमड़े पर्यटक…

डल झील के किनारे ट्यूलिप गार्डन देखने उमड़े पर्यटक…32 दिन में 3 लाख 70 हजार पर्यटक पहुंचे…

एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन को 19 मार्च को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया था। यहां 16 लाख से अधिक ट्यूलिप के साथ-साथ अन्य किस्मों के फूल खिले थे। मीडिया रिपोट्र्स में बताया जा रहा है कि एशिया के सबसे बड़े गार्डन में तीन हजार से ज्यादा विदेशी घुम चुके हैं. इसके साथ ही रिकॉर्ड 3.7 लाख पर्यटकों ने अबतक गार्डन का भ्रमण कर लिया है। डल झील के किनारे स्थित इसको अब आम जनता के लिए बंद कर दिया गया है. इस साल यहां आने वाले पर्यटकों से पिछले साल की तुलना करें तो पिछले साल 3.6 लाख पर्यटकों ने गार्डन का दौरा किया था। डल झील गार्डन के अधिकारियों के अनुसार, ट्यूलिप शो सफल रहा क्योंकि इस सीजन में दर्शकों की संख्या सबसे अधिक थी।

 झील के किनारे स्थित


16 लाख खिले हुए ट्यूलिप
ट्यूलिप गार्डन में लाखों ट्यूलिप के फूल भी अपनी सुंदरता की मनोरम छटा बिखेर रहा है।  इस वर्ष यहां ट्यूलिप की चार नई किस्मों के अलावा करीब 16 लाख खिले हुए ट्यूलिप मौजूद हैं जो पर्यटकों का मन मोह रहे हैं. वहीं आने वाले दिनों में पर्यटकों की संख्या में कई गुना बढ़ोतरी की संभावना है. बता दें कि जम्मू-कश्मीर में रोजगार का सबसे बड़ा माध्यम पर्यटन है और जनवरी,2022 से लेकर आज तक जम्मू-कश्मीर में एक करोड़ 62 लाख पर्यटक आए हैं।

बढ़ रही है पर्यटकों की संख्या
जब गार्डन को खोला गया, तो पहले दिन काफी बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों और पर्यटकों की भीड़ देखी गई। यहां सैलानियों को खुश करने के लिए कई सांस्कृतिक और संगीत कार्यक्रम भी आयोजित किए गए थे बगीचे को ढलान वाली जमीन पर सीढ़ीदार तरीके से बनाया गया है और, ट्यूलिप के अलावा, फूलों की अन्य प्रजातियां भी यहां उगाई गई है, जैसे – डैफोडील्स, जलकुंभी और रेनकुलस।