ट्रैकिंग और नेचर लवर्स के लिए बेस्ट है वायनाड, इन जगहों को जरूर करें एक्सप्लोर
दक्षिण भारत की एक बेहद खूबसूरत जगह है वायनाड। पश्चिमी घाट के पहाड़ों से घिरा वायनाड, केरल का पॉपुलर हिल स्टेशन है। यह जगह अपनी खूबसूरती, मसालों के बागान, जंगलों और वाइल्ड लाइफ के लिए मशहूर है। वायनाड जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से अप्रैल तक होता है। इस दौरान यहां का मौसम घूमने-फिरने के अनुकूल होता है।
इन जगहों को करें एक्सप्लोर
- वायनाड वाइल्ड लाइफ सैंचुअरी
वन्यजीव अभयारण्य कई खूबसूरती और लुप्तप्राय पेड़-पौधों और जीव-जंतुओं का बसेरा है। यह नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व का एक हिस्सा है। 1973 में स्थापित, वायनाड वाइल्ड लाइफ सैंचुअरी कर्नाटक के नागरहोल और बांदीपुर और तमिलनाडु के मुदुमलाई के क्षेत्रों से जुड़ा हुआ है। यहां आप ऊंचे-ऊंचे सागौन, बांस, शीशम के पेड़ देख सकते हैं।
- चेम्ब्रा पीक
पहाड़ियों की सबसे ऊंची चोटी कलपेट्टा से मात्र 8 किमी दक्षिण में स्थित है चेम्ब्रा पीक। यहां का नजारा वाकई देखने लायक रहता है। यह जगह चारों तरफ से हरियाली से घिरा हुआ है। अगर आप ट्रेकिंग के शौकीन हैं, तो यह जगह आपके लिए परफेक्ट साबित हो सकती है।
- बाणासुर बांध
बाणासुर बांध भारत का सबसे बड़ा मिट्टी का बना बांध है जो कि एशिया का दूसरा सबसे बड़ा बांध है। बाणासुर बांध में स्पीड बोटिंग, ट्रेकिंग और कैंपिंग जैसे कई खेलों का मजा ले सकते हैं।
- एडक्कल गुफाएं
एडक्कल गुफाएं की गुफाएं अपनी बेहतरीन नक्काशी के लिए खासतौर से जानी जाती हैं। यह क्षेत्र कलपेट्टा से 25 किमी दूर अंबुकुट्टी माला पर स्थित हैं। अगर आप इतिहास को जानने में रूचि रखते हैं, तो यहां आपको काफी कुछ देखने मिल सकता है।
इसे सेंटिनल रॉक वाटरफॉल्स के नाम से भी जाना जाता है, इसका पानी लगभग 200 मीटर की ऊंचाई से गिरता है। यहां के ट्री टॉप से आप पश्चिमी घाट की घाटियों को निहार सकते हैं। अगर आप भी ट्रैकिंग और रॉक क्लाइम्बिंग का शौक रखते हैं तो आप यहां जरूर जाएं।
कैसे पहुंचे वायनाड?
वायनाड दक्षिण भारत के ज्यादातर शहरों से सड़क मार्ग और रेलवे मार्ग से जुड़ा हुआ है। यहां पहुंचने का सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन कोझीकोड है।