पहले नक्सलियों से डर था, अब सुंदरता आकर्षित कर रही।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से करीब 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गरियाबंद जिला अपनी खूबसूरत वादियों के कारण सैलानियों की पहली पसंद में शामिल होता जा रहा है। बता दें कि चारों तरफ से पहाड़ से घिरे होने के चलते पहले इसका नाम गिरिबंद था, जिसे अब गरियाबंद के नाम से जाना जाता है। इन दिनों इंटरनेट पर इस क्षेत्र की खूबसूरती सभी को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। कभी नक्सलियों के गढ़ के रूप में जाना जाने वाले इस क्षेत्र में कई शहरों से सैलानी पहुंच रहे हैं।...
मानसून में घूमने के लिए फेवरेट डेस्टिनेशन बना चिंगरा पगार झरना
छत्तीसगढ़ में जतमई घटारानी के प्रसिद्ध झरनों की तरह ही फेमस है गरियाबंद-रायपुर सड़क मार्ग स्थित बेहद ही खूबसूरत बरसाती झरना है। इसे स्थानीय लोग चिंगरा पगार के नाम से जानते हैं। कचना धुरवा और बारिका जंगल के बीचोबीच पहाड़ों को चीरता हुआ यह झरना करीब 110 फीट की ऊंचाई से गिरते हुए टूरिस्ट के मन को लुभाता है। बरसात में पहाड़ों के बीच से गिरने वाले इस झरने की आवाज को काफी दूर तक सुना जा सकता है। इसकी सुंदरता लोगों को लुभा रही है। जिससे इस झरने की प्रसिद्धि...
जतमई –
गरियाबंद में रायपुर से 85 किमी की दूरी पर स्थित है। एक छोटा सा जंगल के खूबसूरत स्थलों के बीच सेट, जतमई मंदिर माता जतमई के लिए समर्पित है। मंदिर खूबसूरती से कई छोटे शिखर या टावरों और एक एकल विशाल टॉवर के साथ ग्रेनाइट के बाहर खुदी हुई है। मुख्य प्रवेश द्वार के शीर्ष पर, एक पौराणिक पात्रों का चित्रण भित्ति चित्र देख सकते हैं। जतमई की पत्थर की मूर्ति गर्भगृह के अंदर रखा गया है। जतमाई पर्यटन छत्तीसगढ़ में एक खूबसूरत एवं आकर्षक स्थान है। यह छत्तीसगढ़ के महासमुंद...