हेरिटेज वॉक एन टॉक का आयोजन
छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल, ट्रिप्स एन ट्रिपर्स के संयुक्त तत्वावधान व छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के प्रबंध संचालक श्री अनिल कुमार साहू (IFS) जी के पहल से हैरिटेज साइट्स को संरक्षण व जागरूकता एवं पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 18 अप्रैल 2023 वर्ल्ड हैरिटेज डे उपलक्ष्य पर “हैरिटेज वॉक एन टॉक” का आयोजन भोरमदेव मंदिर, कवर्धा में किया गया।
हेरिटेज वॉक एन टॉक का आयोजन
श्री आदित्य श्रीवास्तव (पुरातत्ववेत्ता), डॉ कमला राम बिंद ,प्राचीन भारतीय इतिहास विभाग व श्री अंकित दीवान पर्यटन व होटल प्रबंधन विभाग पंडित रवि शंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी ,रायपुर, श्री गुलाब डडसेना,जनसंपर्क अधिकारी,जिला कबरीधाम,श्री प्रेम पृथ्वी पाल लेवी लकड़ा, प्राचार्य, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अल्दा , ब्लॉक तिल्दा, सभी के द्वारा वर्ल्ड हेरिटेज डे पर हेरिटेज वॉक एन टॉक के तहत उदबोधन प्रस्तुत किया गया। इस आयोजन पर 54 प्रतिभागी शामिल हुए। मोमेंटो व सर्टिफिकेट भी प्रदान किए गए। सभी ने प्राचीन धरोहर को संरक्षित करने हेतु संकल्प किया। सभी ने कार्यक्रम की सरहना की।
हेरिटेज डे क्यों मनाया जाता है ?
वर्ल्ड हेरिटेज दिवस वर्षभर में 18 अप्रैल को मनाया जाता है। यह दिन उन स्थानों को समर्पित है जो यूनेस्को के विश्व धरोहर सूची में शामिल हैं। इस दिन के माध्यम से, लोग अपने समुदायों के धरोहरों को संरक्षित करने की जरूरत के बारे में जागरूकता बढ़ाते हैं। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य धरोहरों के संरक्षण,संवर्धन और विकास के लिए लोगों को जागरूक करना है। वर्ल्ड हेरिटेज दिवस के मौके पर विभिन्न कार्यक्रमों, प्रदर्शनी और संगोष्ठियां आयोजित की जाती हैं जो लोगों को अपने धरोहरों के प्रति जागरूक करती हैं। इस साल विश्व विरासत दिवस “विरासत परिवर्तन” (Heritage Changes) के विषय के तहत मनाया गया।
दिल्ली पर्यटन विभाग लगा रहा बोगनवेलिया फूलों की प्रदर्शनी…
दिल्ली पर्यटन विभाग लगा रहा बोगनवेलिया फूलों की प्रदर्शनी…
फूलों की प्रदर्शनी देखने का अगर आप शौक रखते हैं तो यह खबर आपके लिए काफी काम की है। क्योंकि दिल्ली पर्यटन विभाग 14 अप्रैल से पहली बार बोगनवेलिया फूलों की प्रदर्शनी शुरू है जिसका आयोजन साकेत में स्थित गार्डन ऑफ फाइव सेंसेज में होगा। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक इस प्रदर्शनी के दौरान बोगनवेलिया फूलों की विभिन्न प्रजातियों को प्रदर्शित किया जाएगा।
आपको बता दें कि बोगनवेलिया के पौधे और मोटी लताएं होती हैं जिन्हें उद्यानों, दीवारों और झाडिय़ों के रूप में लगाया जाता है। सामान्य तौर पर इसके फूल गर्मियों में खिलते हैं, लेकिन बेहतर परिस्थितियों में इसमें पूरे साल फूल आ सकते हैं।
दिल्ली पर्यटन विभाग लगा रहा बोगनवेलिया फूलों की प्रदर्शनी…
बोगनवेलिया के बारे में
इसे कागज़ का फूल भी कहा जाता है। बहुत ही कम देखभाल मे बग़ीचे को सुंदर और रंगीन बनाने में यह पौधा उत्तम है। अलग-अलग देशों में इससे अलग अलग नामों से जाना जाता है। मूलरूप से यह पौधा दक्षिण अमेरिका के देशों में पाया जाता है. आम तौर पर वहां के लोग इसे बग़ीचे मे एवं वह अपने घर के मुख्य द्वार पर लगाते हैं. इसकी खोज फिलबरट कॉमर्रसन और लुई एंटोनी डी बोगनविले नाम के दो वैज्ञानिकों ने किया था. इनमें से एक वैज्ञानिक के नाम पर इस पौधे का नाम रखा गया।
बोगेनवेलिया और इस पौधे को जन समक्ष प्रस्तुत किया गया 1789 में. यह एक लता प्रजाति का पौधा है. पूरी दुनिया ने इस पौधे की 20 प्रजाति पाई जाती है जिसे लगभग 300 से ज्यादा कि़स्म के पौधे देखने को मिलते हैं. यह किसी भी प्रकार के मिट्टी और जलवायु में जि़ंदा रहते हैं. इनमें ज़्यादातर प्रजातियों के पौधे मैं नुकीले काँटे होते हैं. इसमें करीब बारहों महीने फूल होते है. ये सभी एक साथ खिलते हैं, फूलों के साथ-साथ पूरा पौधा भी हरा भरा हो जाता है. बोगेनवेलिया के फूल देखने में ही सुन्दर नहीं हैं बल्कि इसके बहुत सारे एलोपैथिक एवं आयुर्वेदिक इलाज सामने आए हैं. यह पौधा आयुर्वेद मे खांसी, दमा, पेचिश, पेट या फेफड़ों के तकलीफ जैसी समस्याओं मे उपयोग में लाया जाता है।
हमारे देश में एडवेंचर और रिलिजन टूरिज्म की बहुत संभावनाएं : श्रेयस तलपड़े
जनसंपर्क विभाग, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल, ट्रिप्स एन ट्रिपर्स एवं छत्तीसगढ़ी क्रिएशन के संयुक्त तत्वावधान में छत्तीसगढ़ में पर्यटन को बढ़ावा देने चलो चले प्रकृति की ओर…ड्राइव फॉर टूरिज्म… के तहत छत्तीसगढ़ कार रैली का आयोजन किया गया। 1 अप्रैल होटल ग्रैंड इम्पेरिया, वीआईपीरोड, से शुरू हुई और यह रैली 2 अप्रैल को नवनिर्मित पर्यटन परिपूर्ण जि़ला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, कबीर चबूतरा तक समापन किया गया।
चलो चले प्रकृति की ओर…ड्राइव फॉर टूरिज्म… को बॉलीवुड एक्टर श्रेयस तलपड़े ने रवाना किया। इस अवसर पर श्रेयस ने छत्तीसगढ़ पर्यटन को लेकर अपनी बात भी रखी। श्रेयस ने यहां के वातावरण को सुखद बताया और मौका मिलने पर फिर छत्तीसगढ़ आने की बात कही। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार के कार्यों की जमकर सराहना की है। उन्होंने राज्य सरकार की फिल्म नीति को भी सराहा। साथ ही श्रेयस ने कहा कि हमारे देश में एडवेंचर और रिलिजन टूरिज्म की बहुत संभावनाएं हैं। श्रेयस ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ पर्यटन को लेकर अपनी बात भी रखी। उन्होंने कहा कि यहां का वातावरण और मौसम काफी अच्छा है। यहां पर्यटन का क्षेत्र काफी विस्तृत है।
हमारे देश में एडवेंचर और रिलिजन टूरिज्म की बहुत संभावनाएं : श्रेयस तलपड़े
कौन प्रवीण ताम्बे फिल्म के कुछ सीन छत्तीसगढ़ में ही फिल्माए गए
श्रेयस तलपड़े ने अपनी फिल्म कौन प्रवीण ताम्बे को लेकर कुछ रोचक बातें कही। उन्होंने कहा कि एक अप्रैल 2022 यानी आज से ठीक एक साल पहले उनकी ये फिल्म रिलीज हुई थी। और आज एक अप्रैल 2023 को छत्तीसगढ़ में आपके बीच आकर काफी अच्छा लग रहा है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि इस फिल्म के कुछ सीन छत्तीसगढ़ के स्टेडियम में फिल्माए गए थे। उनका कहना है कि उन्होंने बहुत सारे लोकेशन देखें, पूरे देश में, लेकिन यहां का वातावरण और मौसम के अनुसार यहां शूटिंग करना काफी सुखद रहा।
जय जोहार…छत्तीसगढिय़ा सबले बढिय़ा
श्रेयस ने कार्यक्रम की शुरूआत जय जोहार…से की। वहीं उन्होंने कार्यक्रम के समापन अवसर पर छत्तीसगढिय़ा सबले बढिय़ा…कहकर प्रदेशवासियों का दिल जीत लिया।
दो बार और छत्तीसगढ़ आ चुके हैं श्रेयस
आपको बता दें कि श्रेयस इससे पहले दो बार और छत्तीसगढ़ आ चुके हैं। श्रेयस तलपड़े बॉलीवुड के कलाकार हैं उन्होंने ने हिंदी और मराठी दोनों भाषाओं की फिल्मों में काम किया हैं। उन्होंने फिल्म गोलमाल रिटर्न्स, गोलमाल 3, हाउसफुल 2 और गोलमाल अगेन जैसी फिल्मों में भी काम किया हैं। हाल ही में रिलीज हुई फिल्म पुष्पा में श्रेयस ने हिंदी डबिंग की है। वे इस फिल्म के मशहूर डॉयलॉग… मैं झुकेगा नहीं… से काफी मशहूर भी हुए हैं।