Top
पर्यटन के क्षेत्र में जशपुर जिले में अपार संभावना -
fade
5832
post-template-default,single,single-post,postid-5832,single-format-standard,mkd-core-1.3,mkdf-social-login-1.4,mkdf-tours-1.4.3,voyage-ver-2.1,mkdf-smooth-scroll,mkdf-smooth-page-transitions,mkdf-ajax,mkdf-grid-1300,mkdf-blog-installed,mkdf-breadcrumbs-area-enabled,mkdf-header-standard,mkdf-sticky-header-on-scroll-up,mkdf-default-mobile-header,mkdf-sticky-up-mobile-header,mkdf-menu-item-first-level-bg-color,mkdf-dropdown-animate-height,mkdf-header-style-on-scroll,mkdf-medium-title-text,wpb-js-composer js-comp-ver-6.8.0,vc_responsive
 / India  / Chhattisgarh  / पर्यटन के क्षेत्र में जशपुर जिले में अपार संभावना
dangiri-waterfall
15 Feb

पर्यटन के क्षेत्र में जशपुर जिले में अपार संभावना

पर्यटन के क्षेत्र में जशपुर जिले में अपार संभावना : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल


मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जशपुर जिले के कुनकुरी विकासखण्ड के ग्राम मयाली में आयोजित युवा महोत्सव 2023 के कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जशपुर प्राकृतिक रूप से बहुत ही सुन्दर है। यहां का मौसम बहुत ही खुशनुमा है और यहां का मयाली महोत्सव इसमें चार चांद लगा रहा है। पर्यटन के क्षेत्र में भी जशपुर जिले में अपार संभावना को देखते हुए पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। यहां के प्राकृतिक सौंदर्य को देखने के लिए अब देश और विदेश के लोग भी आकर्षित हो रहे हैं।

जशपुर


मुख्यमंत्री ने इस मौके पर जिलेवासियों को 230 करोड़ 70 लाख रूपए की लागत के अनेक विकास कार्यो की दी सौगात। मुख्यमंत्री ने कहा कि महोत्सव स्थल पर छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं की जानकारी स्टॉल के माध्यम से दी जा रही है। निश्चित रूप में नई दिशा में हम सब आगे बढ़ रहे हैं।

श्री बघेल नेे कहा कि छत्तीसगढ़ में पुरानी खेल परम्पराओं को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। पहले महिलाएं अपने मायके में गेंड़ी, फुगड़ी एवं अन्य खेल खेलती थी, अब छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक में उन्होंने ससुराल में भी परम्पारिक खेलों में अपनी प्रतिभा का बखूबी प्रदर्शन किया। जिसके कारण छत्तीसगढिय़ा खेलों को बढ़ावा मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने हरेली, तीजा, पोरा, आदिवासी दिवस के दिन भी अवकाश घोषित किया है।
साथ ही छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति, परम्परा, लोक नृत्यों को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव मनाया जा रहा है।
अब लोक छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक परम्पराओं को देश-विदेश तक जानने लगे हैं।


Post Tags: