Top
बारिश के मौसम में देखने लायक होता है सियादेवी जलप्रपात... - Travel News
fade
8151
post-template-default,single,single-post,postid-8151,single-format-standard,mkd-core-1.3,mkdf-social-login-1.4,mkdf-tours-1.4.3,voyage-ver-2.1,mkdf-smooth-scroll,mkdf-smooth-page-transitions,mkdf-ajax,mkdf-grid-1300,mkdf-blog-installed,mkdf-breadcrumbs-area-enabled,mkdf-header-standard,mkdf-sticky-header-on-scroll-up,mkdf-default-mobile-header,mkdf-sticky-up-mobile-header,mkdf-menu-item-first-level-bg-color,mkdf-dropdown-animate-height,mkdf-header-style-on-scroll,mkdf-medium-title-text,wpb-js-composer js-comp-ver-6.8.0,vc_responsive
 / India  / Chhattisgarh  / बारिश के मौसम में देखने लायक होता है सियादेवी जलप्रपात…
Siyadevi Waterfall
21 Jul

बारिश के मौसम में देखने लायक होता है सियादेवी जलप्रपात…

बारिश के मौसम में जलप्रपात अपने पूरे शबाब पर होते हैं। छत्तीसगढ़ में ऐसे ही कई जलप्रपात हैं, जो इन दिनों पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं। इनमें से एक है बालोद जिले का सियादेवी जलप्रपात। अच्छी बारिश से जिले का प्रसिद्ध सियादेवी जलप्रपात अपने पूरे शबाब पर है। प्राकृतिक वातावरण व हरि भरी सुरमय वातावरण के बीच 40 फीट की ऊंचाई से चट्टानों को चीरता हुआ गिरता पानी लोगों को आकर्षित कर रहा है। इस पर्यटन स्थल में भीड़ दिनों दिन बढ़ रही है। इसके साथ ही पर्यटकों की लापरवाही भी जारी है। इसलिए यहां सावधानी जरूर बरतनी चाहिए।

पर्यटकों को करता है आकर्षित…

सियादेवी मंदिर छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में है। यह स्थान प्राकृतिक जंगल की हरियाली के बीच स्थित सीता मैया के मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर बहुत पुराना है और एक प्राकृतिक झरना है। यह बताया गया है कि, भगवान राम ने अपने निर्वासन के दौरान लक्ष्मण और सीता के साथ इस स्थान का दौरा किया था।इसके पास का झरना कई पर्यटकों को आकर्षित करता है जो भारत के तीर्थयात्रियों के बीच इसके महत्व को बढ़ाता है।यह छत्तीसगढ़ के सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक है।

बालोद जिले अन्य पर्यटन स्थल

गंगा मैया मंदिर
गंगा मैया मंदिर छत्तीसगढ़ की बालोद तहसील में बालोद-दुर्ग रोड के पास झलमला में स्थित है। यह ऐतिहासिक महत्व वाला धार्मिक स्थल है। मूल रूप से, गंगा मैया मंदिर का निर्माण एक स्थानीय मछुआरे द्वारा एक छोटी सी झोपड़ी के रूप में किया गया था। बालोद की एक स्थानीय धार्मिक मान्यता गंगा मैया मंदिर की उत्पत्ति से संबंधित है। प्रारंभ में, मंदिर एक छोटी सी झोपड़ी के रूप में बनाया गया था। कई भक्तों ने अच्छी मात्रा में धनराशि दान की जिससे इसे एक उचित मंदिर परिसर में बनाने में मदद मिली। चूँकि यह बालोद – दुर्ग मार्ग पर स्थित है, इसलिए छत्तीसगढ़ के किसी भी जिले से मंदिर तक पहुँचना बिलकुल सुविधाजनक है।

Ganga Mandir

तेन्दुला बाँध
तेन्दुला बाँध दुर्ग जिले के बालोद से 5 किमी की दूरी पर स्थित है। बाँध स्थल बड़े जल निकाय के शानदार दृश्य से सुंदर है। भिलाई इस्पात संयंत्र को पानी की आपूर्ति यहीं से होती है। विशेष रूप से सूर्योदय और सूर्यास्त के समय यह काफी सुंदर दिखता है।

बारिश के मौसम में देखने लायक होता है सियादेवी जलप्रपात...