सोन घडिय़ाल अभ्यारण्य
सोन घडिय़ाल अभ्यारण्य मध्य प्रदेश के सीधी जि़ला में स्थित एक जीव अभ्यारण्य है। यह भारत के कुछ स्थानों में से एक है जहाँ घडिय़ालो को उनके प्राकृतिक आवास में देखा जा सकता हैं। यह अभयारण्य घडिय़ाल के संरक्षण के लिए समर्पित है, जिसे दुनिया में सबसे लुप्तप्राय प्रजातियों में से एक माना जाता है। सोन नदी पर केन्द्रित होने के कारण इस अभयारण्य का नाम यहां से लिया गया है। वास्तव में, इन जंगलों में रहने वाली वन्यजीव प्रजातियां अपने अस्तित्व के लिए नदी पर बहुत कुछ निर्भर करती...
जैव विविधता का अनोखा खजाना, कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में होगा पक्षी सर्वेक्षण
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान...
श्री पीताम्बरा पीठ दतिया – प्रसिद्ध शक्तिपीठ
श्री पीताम्बरा पीठ दतिया शहर मे स्थित देश का एक प्रशिद्ध शक्तिपीठ है ! श्री गोलोकवासी स्वामीजी महाराज के द्वारा इस स्थान पर “बगलामुखी देवी ” तथा “धूमवाती माता ” की स्थापना की गयी थी ! पीताम्बरा पीठ मे स्थित वनखण्डेश्वर मंदिर एक महाभारत कालीन शिव मंदिर है . श्री पीताम्बरा पीठ दतिया श्री पीताम्बरा शक्तिपीठ भारत के मध्य प्रदेश राज्य में देवास जिले के दिगम्बर तालुका में स्थित है। इस स्थान पर भगवती पीताम्बरा की पूजा की जाती है जो देवी दुर्गा की एक रूप हैं। श्रद्धालु और पर्यटक इस स्थान पर...
ओंकारेश्वर मांधाता
ओंकारेश्वर मांधाता नर्मदा नदी के मध्य द्वीप पर स्थित है। दक्षिणी तट पर ममलेश्वर (प्राचीन नाम अमरेश्वर) मंदिर स्थित है । ओंकारेश्वर में ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के साथ ही ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग भी है। इन दोनों शिवलिंगों को एक ही ज्योतिर्लिंग माना जाता है। खंडवा से 75 कि.मी. इंदौर-खंडवा हाईवे पर । यह हिंदुओं का एक पवित्र स्थान है। ओंकार ममलेश्वर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक और जैन संप्रदाय के सिद्धवरकूट इस स्थान पर स्थित हैं। दोनों संप्रदायों और विदेशियों के लाखों श्रद्धालु हर साल आते हैं। अद्वैत के प्रणेता आदिगुरु शंकराचार्य...
बारह प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री महाकालेश्वर
उज्जयिनी के श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग भारत में बारह प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में से एक हैं। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की महिमा का विभिन्न पुराणों में विशद वर्णन किया गया है। कालिदास से शुरू करते हुए, कई संस्कृत कवियों ने इस मंदिर को भावनात्मक रूप से समृद्ध किया है। उज्जैन भारतीय समय की गणना के लिए केंद्रीय बिंदु हुआ करता था और महाकाल को उज्जैन का विशिष्ट पीठासीन देवता माना जाता था। समय के देवता, शिव अपने सभी वैभव में, उज्जैन में शाश्वत शासन करते हैं। महाकालेश्वर का मंदिर, इसका शिखर आसमान में चढ़ता...
पांडव फॉल – एक शांत झरना
पन्ना से 14 किमी और खजुराहो से 34 किमी की दूरी पर, पांडव फॉल मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में पन्ना राष्ट्रीय उद्यान के अंदर स्थित एक शांत झरना है। खजुराहो – पन्ना राजमार्ग पर स्थित, पांडव जलप्रपात पन्ना में दर्शनीय झरनों में से एक है और खजुराहो दर्शनीय स्थलों के शीर्ष स्थानों में से एक है। पांडव फॉल जलप्रपात मध्यप्रदेश में केन नदी की एक सहायक नदी द्वारा गिराया गया बारहमासी झरना है। गिरता हुआ झरना लगभग 30 मीटर की ऊंचाई से एक दिल के आकार के पूल में...
नर्मदा नदी पर बरगी बांध
जबलपुर का बरगी डेम नर्मदा नदी पर बने 30 डेमों में एक महत्वपूर्ण डेम है। इस डेम का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह जबलपुर और आसपास के क्षेत्रों में जल आपूर्ति का एक प्रमुख स्रोत है। बरगी डाइवर्शन प्रोजेक्ट और रानी अवंतीबाई लोधी सागर प्रोजेक्ट इस डेम पर विकसित की गई दो महत्वपूर्ण सिंचाई परियोजना है। समय के साथ-साथ बरगी डेम जबलपुर के एक महत्वपूर्ण पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित हुआ है। मध्यप्रदेश सरकार ने भी इस दिशा में काफी पहल की है। सरकार ने यहां...
बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान
बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान भारत के मध्य प्रदेश राज्य के उमरिया ज़िले में स्थित एक वन्य अभयारण्य है। यह वर्ष 1968 में राष्ट्रीय उद्यान बनाया गया था। इसका क्षेत्रफल 437 वर्ग किमी है। यहां बाघ आसानी से देखा जा सकता है। यह मध्यप्रदेश का एक ऐसा राष्ट्रीय उद्यान है जो 32 पहाड़ियों से घिरा है। बांधवगढ़ 448 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है। इस उद्यान में एक मुख्य पहाड़ है जो 'बांधवगढ़' कहलाता है। 811 मीटर ऊँचे इस पहाड़ के पास छोटी-छोटी पहाड़ियाँ हैं। पार्क में साल और बंबू के वृक्ष...
भेड़ाघाट
जबलपुर के भेड़ाघाट स्थित संगमरमरी चट्टान अन्य किसी भी पर्यटन स्थलों में सर्वाधिक घूमा जाने वाला जगह है। यह कहना गलत नहीं होगा कि जबलपुर और संगमरमरी चट्टान एक दूसरे के पर्यायवाची हो गए हैं। संगमरमरी चट्टान नर्मदा नदी के दोनों ओर करीब 100 फीट ऊंची है। भेड़ाघाट का वातावरण भी बेहद शांत रहता है। जब सूरज की रोशनी सफेद और मटमैले रंग के संगमरमर चट्टान पर पड़ती है, तो नदी में बनने वाला इसका प्रतिबिंब अद्भुत होता है। भेड़ाघाट और यहां की संगमरमर चट्टान की खूबसूतरी उस समय चरम...
पातालपानी जलप्रपात – एक रोमांचक और आकर्षक स्थल
पातालपानी जलप्रपात भारत के मध्य प्रदेश राज्य में इंदौर जिले की महू तहसील में स्थित है। झरना लगभग 300 फीट ऊंचा है। पातालपानी के आसपास का क्षेत्र एक लोकप्रिय पिकनिक और ट्रेकिंग स्थल है। पानी का प्रवाह वर्षा के मौसम के तुरंत बाद (आमतौर पर जुलाई के बाद) सबसे अधिक होता है। गर्मी के मौसम में यह लगभग सूख जाता है, और धारा कम हो जाती है। इस जलप्रपात को देखने के लिए आपको इंदौर से महोव जाना होगा। महोव स्थानीय रेलवे स्टेशन से उपलब्ध है और आप टैक्सी या बस...