श्री पीताम्बरा पीठ दतिया – प्रसिद्ध शक्तिपीठ
श्री पीताम्बरा पीठ दतिया शहर मे स्थित देश का एक प्रशिद्ध शक्तिपीठ है ! श्री गोलोकवासी स्वामीजी महाराज के द्वारा इस स्थान पर “बगलामुखी देवी ” तथा “धूमवाती माता ” की स्थापना की गयी थी ! पीताम्बरा पीठ मे स्थित वनखण्डेश्वर मंदिर एक महाभारत कालीन शिव मंदिर है . श्री पीताम्बरा पीठ दतिया श्री पीताम्बरा शक्तिपीठ भारत के मध्य प्रदेश राज्य में देवास जिले के दिगम्बर तालुका में स्थित है। इस स्थान पर भगवती पीताम्बरा की पूजा की जाती है जो देवी दुर्गा की एक रूप हैं। श्रद्धालु और पर्यटक इस स्थान पर...
दुनियाभर में मशहूर राजस्थान का पुष्कर मेला शुरू, 8 नवंबर तक आयोजित होगा
राजस्थान का पुष्कर मेला 1 नवंबर से पुष्कर मेले का आगाज हो गया है। राजस्थान का पुष्कर मेला खूब फेमस है। इस मेले को दुनिया का सबसे बड़ा ऊंट फेस्टिवल भी कहा जाता है। इस मेले को देखने के लिए देश के कोने-कोने से ट्यूरिस्ट पहुंचते हैं। यहां आपको विदेशी सैलानियों की भीड़ भी दिखेगी। मेला पुष्कर में लगता है, जो अजमेर जिला मुख्यालय से करीब 12 किलोमीटर दूर है।पुष्कर मेला राजस्थान का सबसे मशहूर फेस्टिवल है। रेत में सजे-धजे ऊंटों को करतब करते हुए देखने का एक्सपीरियंस ही अलग है।...
मंगोलिया का नर्तक दल पहुंचा राजधानी
मंगोलिया का नर्तक दल आज राजधानी रायपुर पहुंच गया है। यह दल स्थानीय साइंस कॉलेज मैदान में 01 से 03 नवंबर तक चलने वाले राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में अपनी नृत्य शैली की छटा बिखेरेगा।टीम लीडर श्री एंखबोल्ड टुमूरबातर ने बताया कि हम अपनी कला और संस्कृति से छत्तीसगढ़ के लोगों के साथ ही भारत के विभिन्न राज्यों एवं अन्य विदेशी मेहमानों के दिल में जरूर स्थान बनाने में सफल होंगे। इस महोत्सव में मंगोलिया के सांस्कृतिक प्रतिनिधि के रूप में भाग लेना हम सब के लिए गौरव की बात...
टोंगो और मोजांबिक के नर्तक दल राजधानी रायपुर पहुंचे
टोंगो और मोजांबिक के नर्तक दलराष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में देंगे प्रस्तुति अफ्रीका के टोंगो और मोजांबिक से नर्तक दल राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में शामिल होने आज राजधानी रायपुर पहुंचे। विभागीय अधिकारी कर्मचारियों द्वारा माना विमानतल पर उनका आत्मीय स्वागत किया गया। नर्तक दलों में गजब का उत्साह देखने को मिल। उन्होंने ‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’ नारे का पूरे जोश के साथ उद्घोष किया। उल्लेखनीय है कि टोंगो से आए नृतक दल में कुल 10 सदस्य शामिल हैं, जिसमें 6 पुरुष और 4 महिला हैं। टीम लीडर श्री अजवोन बोचोउ अटा...
अनंत व असीम है छत्तीसगढ़ की नृत्य परंपरा
1 से 3 नवंबर तक राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में होगा जनजातीय नृत्यों का प्रदर्शन- मनोज सिंह, सहायक संचालक अनंत व असीम है छत्तीसगढ़ की नृत्य परंपरा छत्तीसगढ़ी लोककला में लोकनृत्य संपूर्ण प्रमुख छत्तीसगढ़ के जनजीवन की सुन्दर झांकी है। राग-द्वेष, तनाव, पीड़ा से सैकड़ों कोस दूर आम जीवन की स्वच्छंदता व उत्फुल्लता के प्रतीक लोकनृत्य यहां की माटी के अलंकार है। छत्तीसगढ़ के लोकनृत्य सुआ, करमा, पंथी राउत नाचा, चंदैनी, गेड़ी, नृत्य, परब नृत्य, दोरला, मंदिरी नृत्य, हुलकी पाटा, ककसार, सरहुल शैला गौरवपाटा, गौरव, परथौनी, दशहरा आदि हैं। छत्तीसगढ़ के लोकनृत्य...
बारह प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री महाकालेश्वर
उज्जयिनी के श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग भारत में बारह प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में से एक हैं। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की महिमा का विभिन्न पुराणों में विशद वर्णन किया गया है। कालिदास से शुरू करते हुए, कई संस्कृत कवियों ने इस मंदिर को भावनात्मक रूप से समृद्ध किया है। उज्जैन भारतीय समय की गणना के लिए केंद्रीय बिंदु हुआ करता था और महाकाल को उज्जैन का विशिष्ट पीठासीन देवता माना जाता था। समय के देवता, शिव अपने सभी वैभव में, उज्जैन में शाश्वत शासन करते हैं। महाकालेश्वर का मंदिर, इसका शिखर आसमान में चढ़ता...
भारत देश का आखिरी गांव
भारत देश का आखिरी गांव लोंगवा गांव का एक हिस्सा भारत में है तो दूसरा दूसरे देश में. यह भारत देश का आखिरी गांव के नाम से भी जाना जाता है.लोंगवा गांव भारत के नागालैंड और म्यांमार की सीमा पर स्थित है. मतलब यह गांव दो देशों के अलग अलग हिस्सों में आधा अधा बटा हुआ है. यह गांव नागालैंड के मोन जिले में बसा हुआ है. जो देश के आखिरी गांव के नाम से भी जाना जाता है. आइए आपको इस गांव के एक नहीं बल्कि कई रोचक तथ्यों से रूबरू...
गौधारा (दलदली) – एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल
महासमुन्द से लगभग 10 किमी पूर्व की ओर एक दर्शनीय स्थल गौधारा दलदली स्थित है। मानव जाति के अद्भुत इतिहास के एक अंश के रूप में छत्तीसगढ़ के दक्षिण पूर्वी भाग में स्थित गौधरा दलदली एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। यह एक खूबसूरत गुफा है जो लगभग 2000 वर्ष पुरानी है। इस गुफा में गहरी विविधताओं वाले दो खड़ग लगभग आधा मीटर समेत अनेक वस्तुएं बरामद की गई हैं। गौधारा (दलदली) गुफा के अलावा, यहां कई आकर्षक स्थान हैं जो पर्यटकों को खींचते हैं। यहां आप चरमोत्कर्ष, वन ट्रैकिंग और एक्सप्लोरिंग...
पांडव फॉल – एक शांत झरना
पन्ना से 14 किमी और खजुराहो से 34 किमी की दूरी पर, पांडव फॉल मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में पन्ना राष्ट्रीय उद्यान के अंदर स्थित एक शांत झरना है। खजुराहो – पन्ना राजमार्ग पर स्थित, पांडव जलप्रपात पन्ना में दर्शनीय झरनों में से एक है और खजुराहो दर्शनीय स्थलों के शीर्ष स्थानों में से एक है। पांडव फॉल जलप्रपात मध्यप्रदेश में केन नदी की एक सहायक नदी द्वारा गिराया गया बारहमासी झरना है। गिरता हुआ झरना लगभग 30 मीटर की ऊंचाई से एक दिल के आकार के पूल में...
विज्ञान भवन में पर्यटन मंत्रालय द्वारा पर्यटक पुलिस पर राष्ट्रीय सम्मेलन
पर्यटकों के साथ पर्यटक पुलिस का संबंध मैत्रीपूर्ण होना चाहिए : लोकसभा अध्यक्ष नई दिल्ली. बुधवार को विज्ञान भवन में पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित पर्यटक पुलिस पर राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभागियों को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संबोधित किया। देश में पर्यटन के अनंत विकल्पों का उल्लेख करते हुए लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि भारत प्राकृतिक संसाधन, एतिहासिक स्थल, पुरातात्विक स्मारक, एवं धार्मिक स्थल से परिपूर्ण देश है, जो वैश्विक स्तर पर पर्यटन के लिए विख्यात हैं। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, आज के समय में पर्यटन केवल यात्राओं तक ही...