Trips N Trippers

Trips N Trippers / India  / Chhattisgarh (Page 17)
Rajpal_Yadav
15 Nov

कई बॉलीवुड सितारे आएंगे छत्तीसगढ़…

अक्षय कुमार के बाद राजपाल यादव, जूही परमार जैसे कई बॉलीवुड सितारे आएंगे छत्तीसगढ़…होगी फिल्म और वेब सीरिज की शूटिंग पिछले महीने खिलाड़ी कुमार यानी अक्षय अपनी फिल्म की शूटिंग करने छत्तीसगढ़ पहुंचे थे। अक्षय ने यहां रायगढ़ स्थित जिंदल हवाई पट्टी पर अपनी फिल्म के कुछ सीन की शूटिंग की। उनकी फिल्म साउथ फिल्म का हिंदी रिमेक बताया जा रहा है। आपको बता दें कि जब अक्षय कुमार यहां शूटिंग कर रहे थे, तब उन्हें देखने बड़ी संख्या में उनके प्रशंसकों की भीड़ जमा हो गई थी। सिंधी कॉन्सिल ऑफ...

ICCR
14 Nov

छग सरकार और आईसीसीआर के समझौते खुलेंगी नई संभावनाएं

छत्तीसगढ़ सरकार और आईसीसीआर के समझौते से संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्र में खुलेंगी नई संभावनाएं छत्तीसगढ़ सरकार और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के मध्य समझौते से राज्य में संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्र में नई संभावनाएं खुलेंगी। छत्तीसगढ़ के संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत की उपस्थिति में कल नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ सरकार और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद आईसीसीआर के मध्य समझौता हुआ। छत्तीसगढ़ सरकार और आईसीसीआर के बीच हुए इस समझौते का मुख्य उद्देश्य आईसीसीआर और राज्य सरकार की सक्रिय भागीदारी से प्रदेश में संस्कृति और पर्यटन...

Thinthini Patthar
11 Nov

ठिनठिनी पत्थर – बडे – बडे पत्थरो का समुह

अम्बिकापुर नगर से 12 किमी. की दुरी पर दरिमा हवाई अड्डा हैं। दरिमा हवाई अड्डा के पास ठिनठिनी पत्थर - बडे – बडे पत्थरो का समुह है। इन पत्थरो को किसी ठोस चीज से ठोकने पर आवाजे आती है। सर्वाधिक आश्चर्य की बात यह है कि ये आवाजे विभिन्न धातुओ की आती है। इनमे से किसी – किसी पत्थर खुले बर्तन को ठोकने के समान आवाज आती है।ऐसा लगता है मानो पत्थर अन्दर से पूरी तरह खोखला है। यह बेलनाकार चट्टान करीब 2 मीटर 35 सेंटीमीटर लंबी और 95 सेंटीमीटर...

10 Nov

कैलाश गुफा – बहुत खूबसूरत गुफा

कैलाश गुफा कैलाश गुफा को राट गुफा के नाम से भी जाना जाता है । यह जशपुर जिला के अंतर्गत तहसील मुख्यालय से लगभग 27 कि.मी. की दुरी पर स्थित है। सामरबार संस्कृत महाविद्यालय के पास स्थित कैलाश गुफा बहुत खूबसूरत है। यह महाविद्यालय देश का दूसरा संस्कृत महाविद्यालय है और जंगलों में स्थित है। कैलाश गुफा का निर्माण पहाडिय़ों को काटकर बडी ही खूबसूरती के साथ किया गया है। गुफा के पास मीठे पानी की जलधारा है जहां पर पर्यटक अपनी प्यास बुझा सकते हैं। पर्यटकों में यह गुफा बहुत...

Jashpur
9 Nov

जशपुर के प्राकृतिक सौंदर्य को देखने विदेशी पर्यटक पहुंचे

प्राकृतिक सौंदर्य को देखने अब विदेशी पर्यटक भी पहुंचने लगे  जशपुर जिले के प्राकृतिक सौंदर्य को देखने के लिए अब विदेशी पर्यटक भी पहुंचने लगे है यहां की सुंदर वादियां हरे भरे पेड़ पौधे दूरस्थ अंचल में बसे विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा परिवारों और बिरहोर परिवार आदिवासी जीवन शैली रहन सहन लोक संस्कृति को नजदीक से जानने की इच्छा सहज ही पर्यटकों को आकर्षित कर रही है। स्वीटजरलैंड के जोयल राबिन ने जशपुर का पारंपरिक व्यंजन धुसका और चिला का स्वाद चखा पत्थलगांव विकास खंड ग्राम खजरीढाब के रहने वाले युवा और...

keshkal ghati
7 Nov

केशकाल घाटी की सड़क मरम्मत का कार्य जारी

केशकाल घाटी रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश के परिपालन में बस्तर अंचल से लेकर सरगुजा अंचल तक की सड़कों के रख-रखाव एवं मरम्मत का कार्य तेजी से कराया जा रहा है। बस्तर अंचल के प्रवेश द्वार के नाम से प्रसिद्ध केशकाल घाटी की सड़क के मरम्मत एवं जीर्णोद्धार का कार्य युद्ध स्तर पर कराया जा रहा है। सड़क निर्माण कार्य निर्वाध रूप से जारी रहे, इसकों ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा फिलहाल भारी वाहन के आवागमन को रोका गया है। कोण्डागांव कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने आज केशकाल...

kotumbsar
7 Nov

कोटमसर गुफा

कोटमसर गुफा कोटमसर गुफा को शुरू में गोपांसर गुफा (गोपन = छुपा) नाम दिया गया था, लेकिन वर्तमान नाम कोटसर अधिक लोकप्रिय हो गया क्योंकि गुफा ‘कोटसर’ नामक गांव के पास स्थित है। कोटसर गुफा भारतीय राज्य छत्तीसगढ़ में जगदलपुर के पास स्थित है। कोटमसर गुफा पर्यावरणीय पर्यटनमें रुचि रखने वाले लोगों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है। यह कोलेब नदी की एक सहायक नदी केगर नदी के किनारे स्थित केंजर चूना पत्थर बेल्ट पर गठित एक चूना पत्थर गुफा है। प्रवेश निर्देशांक 18052’0 9 “एन हैं 81056’05 “ई (डब्लूजीएस...

kanger
7 Nov

कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान

कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान का नाम कांगेर नदी से निकला है, जो इसकी लंबाई में बहती है। कांगेर घाटी लगभग 200 वर्ग किलोमीटर में फैला है |कांगेर घाटी ने 1982 में एक राष्ट्रीय उद्यान की स्थिति प्राप्त की। ऊँचे पहाड़ , गहरी घाटियाँ, विशाल पेड़ और मौसमी जंगली फूलों एवं वन्यजीवन की विभिन्न प्रजातियों के लिए यह अनुकूल जगह है । कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान एक मिश्रित नम पर्णपाती प्रकार के वनों का एक विशिष्ट मिश्रण है जिसमे साल ,सागौन , टीक और बांस के पेड़ बहुताइत...