वर्कला – अरब सागर से सटे अद्वितीय चट्टान के लिए फेमस
वर्कला - अरब सागर से सटे अद्वितीय चट्टान के लिए फेमस है घूमने के शौकीन हमेशा कुछ ऐसी जगहों की तलाश में रहते हैं, जहां उन्हें कुछ अलग ही मिले। इसलिए वे हर उस जगह पर पहुंचने की कोशिश करते हैं जहां उन्हें बिल्कुल नया अनुभव मिले। ऐसा ही एक जग है वर्कला। यह केरल के दक्षिणी भाग में मौजूद एक खूबसूरत शहर है जो अरब सागर से सटे अद्वितीय 15 मीटर ऊंचे उत्तरी चट्टान के लिए जाना जाता है। वर्कला तिरुवनन्तपुरम (त्रिवेंद्रम) के 51 किमी पश्चिमोत्तर व कोल्लम से...
महेश्वर – सुंदर और भव्य घाट वाला प्रसिद्ध पर्यटन स्थल
सुंदर और भव्य घाट वाला प्रसिद्ध पर्यटन स्थल महेश्वर यह शहर हैहयवंशी राजा सहस्रार्जुन, जिसने रावण को पराजित किया था, की राजधानी रहा है। ऋषि जमदग्नि को प्रताडि़त करने के कारण उनके पुत्र भगवान परशुराम ने सहस्रार्जुन का वध किया था। कालांतर में महान देवी अहिल्याबाई होल्कर की भी राजधानी रहा है। नर्मदा नदी के किनारे बसा यह शहर अपने बहुत ही सुंदर व भव्य घाट तथा महेश्वरी साडिय़ों के लिये प्रसिद्ध है। घाट पर अत्यंत कलात्मक मंदिर हैं जिनमे से राजराजेश्वर मंदिर प्रमुख है। आदिगुरु शंकराचार्य तथा पंडित मण्डन मिश्र...
देवगुड़ियों और घोटूलों का किया जा रहा संरक्षण
सांस्कृतिक धरोहरों से परिपूर्ण बस्तर संभाग में शासन की महत्वपूर्ण योजना के तहत संभाग के देवगुड़ियों, मातागुड़ी, घोटुल और मृतक स्मारक स्थलों को संरक्षित करने का कार्य किया जा रहा है। इसके तहत बस्तर संभाग में 06 हजार 318 देवगुड़ी, मातागुड़ी, घोटुल और मृतक स्मारक स्थलों को संरक्षित करने के लिए राजस्व अभिलेख में शत प्रतिशत दर्ज कर लिया गया है, जिसमें 02 हजार 481 देवगुड़ी, 02 हजार 935 मातागुड़ी, 564 घोटुल और 338 प्राचीन मृतक स्मारक शामिल हैं। देवगुड़ियों और मातागुड़ियों के लिए साथ ही घोटुलों के जीर्णोद्धार और...
मुक्तागिरि – दिगम्बर जैन संप्रदाय के 52 मंदिर
मुक्तागिरिमध्य प्रदेश के बैतूल जिले के विकासखण्ड भैसदेही की ग्राम पंचायम थपोडा में सिथत है महान जैन तीर्थ मुक्तागिरि। मुक्तागिरि अपनी सुन्दरता, रमणीयता और धार्मिक प्रभाव के कारण लोगों को अपनी और आकर्षित करता है। इस स्थान पर दिगम्बर जैन संप्रदाय के 52 मंदिर है। इन मंदिरों का तथा क्षेत्र का संबंध श्रेणीक विम्बसार से बताया जाता है। यहां मंदिर में भगवान पाश्र्वनाथ की सप्तफणिक प्रतिमा स्थापित है जो शिल्पकार का बेजोड नमूना है। इस क्षेत्र में सिथत एक मानस्तंभ, मनकों शांति और सुख देने वाला है। निर्वाण क्षेत्र में...
इन्द्रावती टायगर रिजर्व में मिला एक और बाघ….
इन्द्रावती टायगर रिजर्व बीजापुर में बाघों की कुल संख्या अब 5 से बढ़कर 6 हो गई है। यहां लगाए गए ट्रेप कैमरा में इन्द्रावती टायगर रिजर्व के अंतर्गत विगत दिवस एक बाघ का फोटोग्राफ प्राप्त हुआ। इसे डब्ल्यू आई आई टायगर सेल देहरादून द्वारा नये बाघ के रूप में पुष्टि की गई है। गौरतलब है कि राज्य में वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के कुशल मार्गदर्शन में विभाग द्वारा वन्यजीव संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने के लिए लोगों के साथ मिलकर वन्यजीव संरक्षण का कार्य लगातार किया जा रहा है। इन्द्रावती...
मध्य प्रदेश का पेंच राष्ट्रीय उद्यान
सिवनी जिले में पेंच राष्ट्रीय उद्यान सतपुड़ा रेंज के दक्षिणी क्षेत्रों में स्थित है, जो कि म.प्र. के सबसे दक्षिणी हिस्से में है। उद्यान मे वाघ, तेंदुए, भेड़िये, जगली भैसे , हिरन, बारह सिंगा मोर, काले हिरन आदि प्रसिद्ध ‘द जंगल बुक’, रुडयार्ड किपलिंग के किरदार ‘मोगली’और गुस्सैल ‘शेर खान’ इस साहसिक स्थान से अभिन्न हैं। इस उद्यान का नाम पेंच नदी के नाम पर रखा गया है जो कि पार्क के बेचो बीच से बहती है एवं पार्क को दो भागों मे विभाजित करती है । इस पार्क को...
हिल स्टेशन जाते समय जरूर अपनाएं ये सेफ्टी टिप्स…
घूमने-फिरने के लिए पसंदीदा जगहों में से एक पहाड़ी यानी हिल स्टेशन को माना जाता है। इन जगहों पर लोग अक्सर घूमने जाते हैं। लेकिन बहुत से लोग ऐसे भी हैं, जो हिल स्टेशन पर जाने से पहले तैयारी नहीं कर पाते या फिर आधी-अधूरी तैयारी के साथ ही हिल स्टेशन पर जाते हैं और वहां पहुंचकर उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही कई लोगों को पहाड़ी रास्तों पर उल्टी का सामना भी करना पड़ता है, तो कई लोग पैर दर्द की शिकायत करते हैं। हिल...
सिरपुर-ईको टूरिज़्म कोडार को मिल रही पहचान, सैलानियों का बढ़ रहा रुझान
सिरपुर-ईको टूरिज़्म कोडार - महासमुंद जि़ले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन काम कर रहा है। वही सरकार ने प्रदेश के अलग-अलग जिलों में प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में मोटल और रिसोर्ट और हॉटेल बनाए हैं। समय-समय पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। सिरपुर को राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय हेरिटेज के रूप में विकसित करने और ज्यादा पहचान दिलानें शासन-प्रशासन कटिबद्ध है। जो भी जरूरी कार्य है किए जा रहे है। लोकल टूरिज्म को बढ़ावा और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिल रहे...
56 पक्षी विशेषज्ञ करेंगे कांगेर घाटी उद्यान में पक्षी सर्वेक्षण
11 राज्यों के 56 पक्षी विशेषज्ञ करेंगे कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में पक्षी सर्वेक्षण जैव विविधताओं से परिपूर्ण और अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए विख्यात कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान जगदलपुर में पहली बार हो रहे कांगेर घाटी पक्षी सर्वेक्षण का कार्य आज से शुरू हो गया है। पक्षियों के रहवास के लिए अनुकूल जगह मानी जाने वाली इस घाटी में पक्षी सर्वेक्षण का कार्य कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान द्वारा बर्ड कॉउंत इंडिया एवं बर्ड एंड वाइल्ड लाइफ ऑफ छत्तीसगढ़ के सहयोग से 25 नवंबर से 27 नवंबर 2022 तक किया जाएगा।...
शिवघाट मनौरा-छग का प्रसिद्ध (पिकनिक स्पाट)
विकासखंड मरवाही मुख्यालय से लगभग 3 किमी पर मनौरा ग्राम पंचायत में सोन नदी के तट पर शिवघाट स्थित है । यहां महाशिवरात्रि पर बड़े मेले का आयोजन होता है । यह स्थान पर्यटन केन्द्र के साथ-साथ पिकनिक के लिये प्रसिद्ध है। शिवघाट मनौरा छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश राज्य के सीमांतर पर स्थित एक पर्यटक स्थल है। यह जगह मुख्य रूप से नर्मदा नदी के किनारे स्थित है। यंहा का महत्व नर्मदा नदी के इतिहास और धार्मिक महत्व से जुड़ा हुआ है। इस स्थान पर शिवलिंग और शंखचूरी मंदिर हैं जो...