कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान का नाम कांगेर नदी से निकला है, जो इसकी लंबाई में बहती है। कांगेर घाटी लगभग 200 वर्ग किलोमीटर में फैला है |कांगेर घाटी ने 1982 में एक राष्ट्रीय उद्यान की स्थिति प्राप्त की। ऊँचे पहाड़ , गहरी घाटियाँ, विशाल पेड़ और मौसमी जंगली फूलों एवं वन्यजीवन की विभिन्न प्रजातियों के लिए यह अनुकूल जगह है । कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान एक मिश्रित नम पर्णपाती प्रकार के वनों का एक विशिष्ट मिश्रण है जिसमे साल ,सागौन , टीक और बांस के पेड़ बहुताइत...
मंगोलिया का नर्तक दल पहुंचा राजधानी
मंगोलिया का नर्तक दल आज राजधानी रायपुर पहुंच गया है। यह दल स्थानीय साइंस कॉलेज मैदान में 01 से 03 नवंबर तक चलने वाले राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में अपनी नृत्य शैली की छटा बिखेरेगा।टीम लीडर श्री एंखबोल्ड टुमूरबातर ने बताया कि हम अपनी कला और संस्कृति से छत्तीसगढ़ के लोगों के साथ ही भारत के विभिन्न राज्यों एवं अन्य विदेशी मेहमानों के दिल में जरूर स्थान बनाने में सफल होंगे। इस महोत्सव में मंगोलिया के सांस्कृतिक प्रतिनिधि के रूप में भाग लेना हम सब के लिए गौरव की बात...
टोंगो और मोजांबिक के नर्तक दल राजधानी रायपुर पहुंचे
टोंगो और मोजांबिक के नर्तक दलराष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में देंगे प्रस्तुति अफ्रीका के टोंगो और मोजांबिक से नर्तक दल राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में शामिल होने आज राजधानी रायपुर पहुंचे। विभागीय अधिकारी कर्मचारियों द्वारा माना विमानतल पर उनका आत्मीय स्वागत किया गया। नर्तक दलों में गजब का उत्साह देखने को मिल। उन्होंने ‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’ नारे का पूरे जोश के साथ उद्घोष किया। उल्लेखनीय है कि टोंगो से आए नृतक दल में कुल 10 सदस्य शामिल हैं, जिसमें 6 पुरुष और 4 महिला हैं। टीम लीडर श्री अजवोन बोचोउ अटा...
अनंत व असीम है छत्तीसगढ़ की नृत्य परंपरा
1 से 3 नवंबर तक राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में होगा जनजातीय नृत्यों का प्रदर्शन- मनोज सिंह, सहायक संचालक अनंत व असीम है छत्तीसगढ़ की नृत्य परंपरा छत्तीसगढ़ी लोककला में लोकनृत्य संपूर्ण प्रमुख छत्तीसगढ़ के जनजीवन की सुन्दर झांकी है। राग-द्वेष, तनाव, पीड़ा से सैकड़ों कोस दूर आम जीवन की स्वच्छंदता व उत्फुल्लता के प्रतीक लोकनृत्य यहां की माटी के अलंकार है। छत्तीसगढ़ के लोकनृत्य सुआ, करमा, पंथी राउत नाचा, चंदैनी, गेड़ी, नृत्य, परब नृत्य, दोरला, मंदिरी नृत्य, हुलकी पाटा, ककसार, सरहुल शैला गौरवपाटा, गौरव, परथौनी, दशहरा आदि हैं। छत्तीसगढ़ के लोकनृत्य...
गौधारा (दलदली) – एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल
महासमुन्द से लगभग 10 किमी पूर्व की ओर एक दर्शनीय स्थल गौधारा दलदली स्थित है। मानव जाति के अद्भुत इतिहास के एक अंश के रूप में छत्तीसगढ़ के दक्षिण पूर्वी भाग में स्थित गौधरा दलदली एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। यह एक खूबसूरत गुफा है जो लगभग 2000 वर्ष पुरानी है। इस गुफा में गहरी विविधताओं वाले दो खड़ग लगभग आधा मीटर समेत अनेक वस्तुएं बरामद की गई हैं। गौधारा (दलदली) गुफा के अलावा, यहां कई आकर्षक स्थान हैं जो पर्यटकों को खींचते हैं। यहां आप चरमोत्कर्ष, वन ट्रैकिंग और एक्सप्लोरिंग...
राज्य योजना आयोग छत्तीसगढ़ द्वारा पर्यटन विकास विषय पर हुई बैठक
राज्य योजना आयोग छत्तीसगढ़ द्वारा पर्यटन विकास विषय पर हुई बैठक राज्य योजना आयोग छत्तीसगढ़ द्वारा पर्यटन विकास विषय पर आयोजित वर्किंग ग्रुप की बैठक हाल ही आयोजित हुई थी। इस बैठक में पर्यटन मंडल की ओर से प्रमिल वर्मा को संयोजक रूप में भाग लिया। बैठक में माननीय श्री गौरव द्विवेदी, सलाहकार, राज्य योजना आयोग, सुश्री अर्पिता चौधरी , शुभांग चंद्राकर, जसप्रीत भाटिया ,कीर्ति व्यास , पुनर्वसु वर्मा आदि उपस्थित थे। बैठक में हमारे राज्य के पर्यटन का विकास के विषय पर आयोग द्वारा उल्लेख महत्वपूर्ण विचारणीय बिंदुओं को समावेश...
बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार ने दिए छात्रों के सवालों के जवाब
बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार पिछले शनिवार सुबह छत्तीसगढ़ के रायगढ़ पहुंचे। अपने चार्टर्ड प्लेन से वे जिंदल एयरस्ट्रिप पर उतरे। उन्होंन अपनी आने वाली फिल्म शूटिंग यहां की। फिल्म की निर्देशक सुधा कोंगरा पहले ही रायगढ़ पहुंच चुकी थी। बताया जा रहा है कि अभिनेता ने साउथ की फिल्म सोरारई पोटरु की रीमेक की शूटिंग की। इस फिल्म को कई राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। अब हिंदी में इसका रीमेक बनाया जा रहा है, जिसमें मुख्य भूमिका अक्षय कुमार और एक्ट्रेस राधिका मदान निभाएंगी। तमिल की सुपरहिट...
छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के 22 मोटल व रिसॉर्ट को लीज पर देने की कार्यवाही शुरू
तीस-तीस वर्षों के लिए दी जाएगी लीज परनिजी निवेशक 21 अक्टूबर तक कर सकते है आवेदन छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड द्वारा अपने 22 मोटल एवं रिसॉर्ट के संचालन के लिए लीज पर दिए जाने की कार्यवाही की जा रही है। इन मोटल व रिसॉर्ट को तीस-तीस वर्षो के लिए लीज पर दिए जाने का प्रावधान रखा गया है। इसके लिए छत्तीसगढ़ एवं अन्य राज्यों के निजी निवेशक 21 अक्टूबर तक आवेदन कर सकते हैं। गौरतलब है कि पर्यटकों को व्यवसायिक दृष्टिकोण से अधिक से अधिक सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से निजी...
घटारानी – जतमई मंदिर से 25 किलोमीटर दूर
जतमई मंदिर से 25 किलोमीटर दूर स्थित एक बड़ा झरना हैं। जतमई मंदिर में ज्यादा उत्साह और भक्ति के साथ नवरात्रि पर्व मनाया जाता है, यहाँ नवरात्रि की तरह विशेष उत्सव के मौकों पर एक सजावट देखतें बनता है। मानसून के बाद यह यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय है। मंदिर के निकट सुंदर झरना बहती है, जो इस जगह को और अधिक आकर्षक बना देता है झरना इस गंतव्य को पूरे परिवार के लिए एक पसंदीदा पिकनिक स्पॉट बनाने पूर्ण प्रवाह में है। झरना मंदिर में प्रवेश करने से...