बेंगलुरु एयरपोर्ट का नवनिर्मित टर्मिनल-2 उद्घाटित
टर्मिनल में यात्रियों को बगीचे में टहलने जैसा अनुभव मिलेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को 5000 करोड़ रुपए की लागत से बनाए गए बेंगलुरु एयरपोर्ट के नवनिर्मित टर्मिनल-2 का उद्घाटन किया। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक नए टर्मिनल की डिजाइन इस तरह की गई है कि यहां पर यात्रियों को सुखद अनुभव होगा। अगल-बगल हरे-भरे हरियाली वाले बगीचे जैसा देखने को मिलेगा।पीएम मोदी सुबह बेंगलुरु के एचएएल हवाई अड्डे पहुंचे, जहां कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, अधिकारियों ने उनका स्वागत किया. केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल-2 को 5000...
ठिनठिनी पत्थर – बडे – बडे पत्थरो का समुह
अम्बिकापुर नगर से 12 किमी. की दुरी पर दरिमा हवाई अड्डा हैं। दरिमा हवाई अड्डा के पास ठिनठिनी पत्थर - बडे – बडे पत्थरो का समुह है। इन पत्थरो को किसी ठोस चीज से ठोकने पर आवाजे आती है। सर्वाधिक आश्चर्य की बात यह है कि ये आवाजे विभिन्न धातुओ की आती है। इनमे से किसी – किसी पत्थर खुले बर्तन को ठोकने के समान आवाज आती है।ऐसा लगता है मानो पत्थर अन्दर से पूरी तरह खोखला है। यह बेलनाकार चट्टान करीब 2 मीटर 35 सेंटीमीटर लंबी और 95 सेंटीमीटर...
IRCTC लेकर आया है शानदार टूर पैकेज
IRCTC लेकर आया है शानदार टूर पैकेज IRCTC की तरफ से राजस्थान के कई शहरों में घूमने का मौका दे रहे इस टूर पैकेज का असल नाम 'रॉयल राजस्थान एक्स-मुंबई' है. हाल में शुरू किए गए 'देखो अपना देश' कार्यक्रम के तहत, घूमने फिरने के शौकीन लोगों के लिए इस शानदार टूर पैकेज को लाया गया है. इस टूर पैकेज में आपको कुल 8 दिन और 9 रातें बिताने का मौका मिलेगा.IRCTC के इस खास टूर पैकेज में राजस्थान के कई शहरों की खास जगहों को दिखाया जाएगा. रॉयल राजस्थान एक्स-मुंबई...
कैलाश गुफा – बहुत खूबसूरत गुफा
कैलाश गुफा कैलाश गुफा को राट गुफा के नाम से भी जाना जाता है । यह जशपुर जिला के अंतर्गत तहसील मुख्यालय से लगभग 27 कि.मी. की दुरी पर स्थित है। सामरबार संस्कृत महाविद्यालय के पास स्थित कैलाश गुफा बहुत खूबसूरत है। यह महाविद्यालय देश का दूसरा संस्कृत महाविद्यालय है और जंगलों में स्थित है। कैलाश गुफा का निर्माण पहाडिय़ों को काटकर बडी ही खूबसूरती के साथ किया गया है। गुफा के पास मीठे पानी की जलधारा है जहां पर पर्यटक अपनी प्यास बुझा सकते हैं। पर्यटकों में यह गुफा बहुत...
जशपुर के प्राकृतिक सौंदर्य को देखने विदेशी पर्यटक पहुंचे
प्राकृतिक सौंदर्य को देखने अब विदेशी पर्यटक भी पहुंचने लगे जशपुर जिले के प्राकृतिक सौंदर्य को देखने के लिए अब विदेशी पर्यटक भी पहुंचने लगे है यहां की सुंदर वादियां हरे भरे पेड़ पौधे दूरस्थ अंचल में बसे विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा परिवारों और बिरहोर परिवार आदिवासी जीवन शैली रहन सहन लोक संस्कृति को नजदीक से जानने की इच्छा सहज ही पर्यटकों को आकर्षित कर रही है। स्वीटजरलैंड के जोयल राबिन ने जशपुर का पारंपरिक व्यंजन धुसका और चिला का स्वाद चखा पत्थलगांव विकास खंड ग्राम खजरीढाब के रहने वाले युवा और...