Gujarat’s Garba Dance: UNESCO Heritage
In a momentous achievement, Gujarat's beloved Garba dance, a traditional communal dance form, has secured a coveted spot on UNESCO's Representative List of Intangible Cultural Heritage (ICH) of Humanity. The announcement of this milestone came from Chief Minister Bhupendra Patel on Wednesday, marking a proud moment for the state. They conferred this esteemed recognition under the provisions of the 2003 Convention for the Safeguarding of Intangible Cultural Heritage. During the 18th meeting of the Intergovernmental Committee for the Safeguarding of the Intangible Cultural Heritage in Kasane, Botswana, they made the decision. Garba's...
“Hornbill Festival: 78K Attendees Break Record!”
The Nagaland Hornbill Festival, an annual tourism extravaganza orchestrated by the Nagaland government, has witnessed an impressive turnout of over 78,000 attendees during its first five days this year. The enchanting Naga heritage village of Kisama hosts the event, spanning 10 days and commencing on December 1. Official statistics reveal that this year's festival has drawn 1,621 international visitors among the multitude of attendees. The Tourism Department reports a diverse audience, with 56,115 locals, 20,659 domestic tourists, and the aforementioned international participants enjoying the cultural displays presented by the 18 Naga...
Konark Festival: Cultural Splendor
The Konark Festival happens yearly from December 1st to 5th at Konark's Open Air Auditorium, near the Sun Temple. Started in 1989 by the Tourism Department and Odissi Research Centre, it's a platform for Indian classical dancers. The festival promotes Konark and Odisha as tourist destinations, showcasing India's diverse dance forms. It's a chance for new artists to shine globally. The festival features classical dance forms like Odissi, Bharatanatyam, Manipuri, Kathakali, Kathaka, Kuchipudi, and Sattriya. The event's ambiance fills with the sounds of bells, flute, and drums. Dancers captivate visitors with...
यहां सजता है माता अंगारमोती का दरबार, जहां होती है हर मनोकामना पूरी
दण्कारण्य का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले धमतरी में देवी शक्तियां हमेशा से ही विराजमान रहीं हैं। मगर गंगरेल की हसीनवादियों में विराजमान माता अंगारमोती माता की महिमा निराली है। नवरात्र के इस पावन पर्व में लोग माता की भक्ति के रंग में डूबे हुए हैं और इस दरबार मे हर रोज आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। आप नवरात्री के अवसर पर गंगरेल डैम में घुमने जाएं तो इस मंदिर के भी दर्शन जरूर करें। इस सिद्धपीठ से कोई श्रृद्धालु निराश नहीं लौटता यही वजह है कि हर नवरात्र में...
चक्रधर समारोह : 3 साल बाद हो रहा आयोजित
आगामी 19 सितंबर 2023 से आरंभ हो रहे तीन दिवसीय चक्रधर समारोह की तैयारी पूरी हो गई है। इस बार आयोजन में स्थानीय कलाकारों की चमक बिखरेगी। खैरागढ़ विवि की टीम विशेष प्रस्तुति देगी। बता दें कि वर्ष 2020 के बाद तीन सालों तक चक्रधर समारोह का आयोजन रुक गया था। इस साल पुन: उसी गरिमा के साथ समारोह का आयोजन नगर निगम ऑडिटोरियम में होने वाला है। कलाकारों को लेकर निर्णय लेने के लिए कई बार बैठकें हुई हैं। तीन दिवसीय होगा कार्यक्रम चक्रधर समारोह में शामिल होंगे स्थानीय कलाकार इस बार...
गुजरात टूरिज्म ने किया ट्रैवल एंड टूरिज्म मीट का आयोजन
दिनांक 29 जुलाई 2023, शनिवार शाम को गुजरात टूरिज्म के द्वारा राजधानी रायपुर के होटल किंग्सवे में रोड शो का शानदार आयोजन किया गया। जिसमें मंच संचालन गुजरात टूरिज्म छत्तीसगढ़ की पर्यटन अधिकारी सुरभि शर्मा ने किया। कार्यक्रम में गुजरात से आए मुख्य वक्ता गिरीश गुप्ता जी ने गुजरात के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के बारे में विस्तार से बताया। गिरीश गुप्ता जी ने गुजरात के ऐतिहासिक स्मारक, मंदिर एवं गांधीजी से जुड़े हर स्थानों के बारे में जानकारी एवं तथ्य लोगो से साझा किए। गुजरात के आकर्षक पर्यटक स्थलों ने...
The Emergence of Sun Tourism: A New Trend
When we think of mountains, we often picture snow-covered peaks and chilly weather. However, there is a growing fascination with exploring mountainous regions while basking in the warmth of sunny destinations. This exciting trend, known as sun or solar tourism, is gaining popularity in the travel industry. Sun tourism offers a unique appeal to mountain enthusiasts who seek a blend of breathtaking landscapes and the invigorating embrace of the sun. It allows travelers to indulge in outdoor activities while immersing themselves in the sun-drenched ambiance of the hills. They can revel...
जानें क्यों पूरे विश्व में प्रसिद्ध है जगन्नाथपुरी की रथयात्रा
हर साल पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाती है। 10 दिन तक चलने वाली इस यात्रा में दूर-दूर के भक्त शामिल होते हैं। आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष की द्वितियी को ये यात्रा निकाली जाती है। इस साल ये 20 जून से शुरू होगी। भारत के उड़ीसा राज्य का पुरी क्षेत्र जिसे पुरुषोत्तम पुरी, शंख क्षेत्र, श्रीक्षेत्र के नाम से भी जाना जाता है, भगवान श्री जगन्नाथ जी की मुख्य लीला-भूमि है। उत्कल प्रदेश के प्रधान देवता श्री जगन्नाथ जी ही माने जाते हैं। यहाँ के वैष्णव धर्म...
चेंदरू -द टाइगर बॉय, मंत्री ने किया प्रतिमा का अनावरण
चेंदरू मंडावी 'द टाइगर बॉय' - मंत्री ने किया प्रतिमा का अनावरण...